ट्रेडमिल पर दौड़ते समय इन बातों का रखें खास ध्यान
क्या है खबर?
वजन नियंत्रित करने के लिए लोग न जाने क्या-क्या करते हैं और इसमें खास डाइटिंग फॉलो करने से लेकर कई तरह की एक्सरसाइज आदि शामिल हैं।
एक्सरसाइज की बात करें तो ट्रेडमिल पर दौड़ना भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है और यह वजन नियंत्रित करने के साथ-साथ कार्डियो एक्सरसाइज का भी एक बढ़िया जरिया है।
हालांकि एक्सरसाइज का पूरा लाभ मिले, इसके लिए ट्रेडमिल पर दौड़ते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद ही जरूरी है।
#1
शुरूआत में डेक पर रखें अपने पैर
ट्रेडमिल की शुरूआती स्पीड धीमी होती है और मशीन में यह फीचर इसलिए दिया जाता है ताकि अचानक तेज स्पीड से आपका बैलेंस न बिगड़े। लेकिन अगर मशीन में कोई गड़बड़ी हो जाए और शुरुआती स्पीड ज्यादा हो तो?
इस परिस्थिति में बेहतर होगा अगर आप ट्रेडमिल को चालू करके अपने पैरों को पहले डेक (ट्रेडमिल के किनारे) पर रखें और फिर बेल्ट की स्पीड को अपने हिसाब से सेट करने के बाद ही उस पर अपने पैर रखें।
#2
नंगे पैर ट्रेडमिल पर न दौड़ें
ट्रेडमिल पर कभी भी नंगे पैर नही दौड़ना चाहिए क्योंकि फ्रिक्शन और तेज मूवमेंट के चलते काफी हीट पैदा होती है और अगर आप बिना जूतों के ट्रेडमिल पर दौड़ेंगे तो आपके पैरों को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है।
इससे पैर में फंगस और कीटाणु पनपने का खतरा भी रहता है।
इसलिए बेहतर होगा अगर आप ट्रेडमिल पर दौड़ने से पहले फिटिंग के जूते पहन लें और इसी के बाद ट्रेडमिल पर दौड़े।
#3
दौड़ते समय नीचे न देंखे और हैंडल भी न पकड़ें
बहुत से लोग थककर या फिर एक्साइटमेंट में चलती ट्रेडमिल पर अपने पैरों को देखने लगते हैं, लेकिन ऐसा करना उनके लिए नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है।
दरअसल, ऐसा करने पर संतुलन डगमगा सकता है और इसके कारण गंभीर चोट लग सकती है। इसलिए ट्रेडमिल पर हमेशा सामने देखते हुए ही दौड़ना चाहिए।
इसके अलावा ट्रेडमिल पर दौड़ते समय हैंडल को पकड़ना भी गलत है क्योंकि ऐसा लंबे समय तक किया तो बांह में अकड़न और दर्द हो सकता है।
#4
जरूरत से ज्यादा स्पीड पर न दौडें
ट्रेडमिल पर दौड़ने से पहले अपनी 'टारगेट हार्ट रेट' जान लें क्योंकि अगर आपने जल्दी वजन घटाने के चक्कर में ज्यादा स्पीड रखी तो इससे आपको दिल का दौरा भी पड़ सकता है।
किसी को भी अपनी 'टारगेट हार्ट रेट' के 50-70 प्रतिशत से ज्यादा स्पीड पर नहीं दौड़ना चाहिए।
इसके अलावा बेहतर होगा अगर आप ट्रेडमिल की स्पीड की धीरे-धीरे बढ़ाएं क्योंकि इससे आपके शरीर को वार्मअप का भी समय मिलेगा और आपकी मांशपेशियों में भी अकड़न नहीं होगी।