कैसे की जाती है कंगारू जंप? जानिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
क्या है खबर?
कंगारू जंप एक ऐसी एक्सरसाइज है, जो हृदय को स्वस्थ रखने में मदद कर सकती है। यह न केवल शरीर की अतिरिक्त चर्बी घटाने में सहायक है, बल्कि सहनशक्ति भी बढ़ा सकती है।
कंगारू जंप से दिल तेजी से धड़कता है, जिससे रक्त संचार सुधरता है और हृदय रोगों का खतरा कम होता है।
इस एक्सरसाइज के लिए किसी विशेष उपकरण की जरूरत नहीं होती है, बस एक खुला स्थान चाहिए, जहां आप आसानी से उछल सकें।
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कंगारू जंप कैसे करें?
कंगारू जंप करने के लिए सबसे पहले अपने पैरों को कंधे की चौड़ाई पर रखें और घुटनों को थोड़ा मोड़ें, फिर अपने हाथों को सामने लाकर उछलें जैसे कि आप किसी अदृश्य रस्सी पर कूद रहे हों।
ध्यान रखें कि जब आप जमीन पर उतरें तो आपके घुटने थोड़े मुड़े रहें ताकि झटका कम लगे।
शुरुआत में इसे 10-15 बार करें और धीरे-धीरे इसकी संख्या बढ़ाएं।
#2
कंगारू जंप्स के फायदे
कंगारू जंप करने से आपका कार्डियोवस्कुलर सिस्टम मजबूत होता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
यह एक्सरसाइज आपकी कैलोरी बर्निंग क्षमता को भी बढ़ाता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।
इसके अलावा यह आपकी मांसपेशियों को मजबूत कर सकता है और शरीर की लचीलापन बढ़ाता है। नियमित रूप से इसे करने से आपका स्टैमिना भी बढ़ता है, जिससे आप दिनभर ऊर्जावान महसूस करते हैं।
#3
एक्सरसाइज करते समय बरतें ये सावधानियां
किसी भी एक्सरसाइज की तरह ही कंगारू जंप करते समय कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं।
अगर आपको घुटनों या पीठ में कोई समस्या हो तो इस एक्सरसाइज को डॉक्टर की सलाह लेकर ही करें।
हमेशा सपाट सतह पर ही इसे करें ताकि गिरने या चोट लगने का खतरा न हो।
शुरुआत में धीमी गति से शुरू करें और धीरे-धीरे अपनी गति बढ़ाएं ताकि शरीर इस नए अभ्यास के साथ तालमेल बैठा सके।
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अन्य वेरिएशन को आजमाएं
अगर आप अपने वर्कआउट रूटीन में कुछ नया जोड़ना चाहते हैं तो स्क्वाट जंप या हाई नीज जैसे अन्य वेरिएशन आजमा सकते हैं, जो समान रूप से प्रभावी होते हैं।
स्क्वाट जंप करते समय नीचे बैठकर उछलें, जबकि हाई नीज करते समय घुटनों को ऊंचा उठाकर दौड़ने जैसा महसूस कराएं।
ये सभी वेरिएशन आपके कार्डियोवस्कुलर स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं और इन्हें मिलाकर एक बेहतरीन वर्कआउट प्लान तैयार किया जा सकता हैे।