प्री-डायबिटीज का पता चलते ही करें ये 5 काम, बीमारी से हो सकता है बचाव
क्या है खबर?
प्री-डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आपके ब्लड शुगर का स्तर सामान्य से अधिक होता है, लेकिन मधुमेह के स्तर तक नहीं पहुंचता।
यह एक चेतावनी संकेत है कि अगर आप अपनी जीवनशैली में बदलाव नहीं करते हैं तो आपको टाइप 2 मधुमेह हो सकता है।
इस लेख में हम उन पांच अहम कदमों पर चर्चा करेंगे, जो आपको प्री-डायबिटीज का पता चलते ही उठाने चाहिए।
#1
अपने खान-पान पर ध्यान दें
प्री-डायबिटीज का पता चलने के बाद सबसे पहले अपने खान-पान पर ध्यान देना जरूरी है। संतुलित आहार लेना आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए।
फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे फल, सब्जियां और साबुत अनाज को अपने आहार में शामिल करें। फैट्स और शक्कर की मात्रा को कम करें और प्रोसेस्ड फूड से बचें।
नियमित अंतराल पर खाना खाएं ताकि ब्लड शुगर स्थिर रहे। इसके अलावा पानी की पर्याप्त मात्रा लें और मीठे पेय पदार्थों से दूरी बनाएं।
#2
नियमित एक्सरसाइज करें
एक्सरसाइज आपके ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है और वजन घटाने में सहायक होता है। रोजाना कम से कम 30 मिनट तक हल्की एक्सरसाइज जैसे तेज चलना, साइकिल चलाना या योग करना शुरू करें।
इससे न केवल आपका वजन नियंत्रित रहेगा बल्कि हृदय स्वास्थ्य भी बेहतर होगा।
अगर आप पहले से एक्सरसाइज नहीं कर रहे हैं तो धीरे-धीरे शुरुआत करें और अपनी क्षमता के अनुसार इसे बढ़ाएं।
#3
तनाव प्रबंधन सीखें
तनाव आपके शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है, खासकर जब आप प्री-डायबिटिक हों।
तनाव हार्मोन आपके ब्लड शुगर को बढ़ा सकते हैं इसलिए इसे नियंत्रित करना जरूरी है।
मेडिटेशन, गहरी सांस लेने की तकनीकें या कोई भी ऐसा कार्य जो आपको खुशी देता हो उसे अपनाएं। दोस्तों या परिवार के साथ समय बिताना भी तनाव कम करने का अच्छा तरीका हो सकता है।
#4
नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं
प्री-डायबिटीज का पता चलते ही नियमित रूप से डॉक्टर से मिलना जरूरी है ताकि आपकी सेहत की सही निगरानी हो सके।
डॉक्टर आपके ब्लड शुगर लेवल्स की जांच करेंगे और जरूरत पड़ने पर दवाइयों या अन्य उपचारों की सलाह देंगे।
इसके अलावा रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल जैसी अन्य स्वास्थ्य समस्याओं पर भी ध्यान देना जरूरी है। इससे आप अपनी स्थिति को बेहतर तरीके से समझ सकेंगे और समय पर सही कदम उठा सकेंगे।
#5
नींद पूरी करें
अच्छी नींद लेना शरीर के लिए उतना ही जरूरी है जितना सही आहार और एक्सरसाइज करना।
नींद की कमी से हार्मोनल संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे भूख बढ़ती है और वजन बढ़ने लगता है, जो प्री-डायबिटीज के लिए जोखिम भरा हो सकता है।
रोजाना 7-8 घंटे की अच्छी नींद लेने का प्रयास करें ताकि आपका शरीर ठीक से काम कर सके और आप तरोताजा महसूस कर सकें।