रोजाना कितनी मात्रा में कैफीन लेना सुरक्षित है? जानिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
क्या है खबर?
दैनिक आधार पर लोग खान-पान की कई ऐसी चीजों का सेवन करते हैं, जो कैफीन युक्त होती हैं।
जहां वयस्क आमतौर पर इसे चाय और कॉफी के जरिए लेते है, वहीं बच्चों की चॉकलेट और कैंडीज से लेकर विभिन्न स्नैक्स में कैफीन होता है।
हालांकि, कैफीन का अधिक सेवन स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है, इसलिए इसे सीमित मात्रा में लेना चाहिए।
आइए जानते हैं कि हर उम्र के हिसाब से कैफीन का सेवन कितनी मात्रा में करना चाहिए।
कैफीन
कैफीन क्या है?
कैफीन एक ऐसा यौगिक है, जो कई पौधों में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है।
इसके काम करने के तरीके की बात करें तो सेवन के बाद यह न तो खून में मिलती है और न ही शरीर में अधिक देर तक रहती है, बल्कि यह मूत्र के माध्यम से जल्दी बाहर निकल जाती है।
कैफीन के सीमित सेवन से कई स्वास्थ्य संबंधी लाभ मिल सकते हैं, जबकि इसका अधिक सेवन शरीर के लिए मुसीबत बन सकता है।
मात्रा
कैफीन की कितनी मात्रा लेना सुरक्षित है?
विशेषज्ञों के मुताबिक, 4-6 साल के बच्चों के लिए एक दिन में लगभग 45 मिलीग्राम कैफीन लेना सुरक्षित है, जबकि 7-12 साल के बच्चे लगभग 70 मिलीग्राम कैफीन ले सकते हैं।
किशोरों को लगभग 100 से 200 मिलीग्राम कैफीन लेने का सुझाव दिया जाता है।
एक स्वस्थ वयस्क प्रतिदिन 400 मिलीग्राम कैफीन का सेवन कर सकता है, लेकिन स्वास्थ्य के आधार पर इसके सेवन की मात्रा अलग भी हो सकती है।
इसी कारण डॉक्टरी सलाह के बाद कैफीन लें।
समय
कैफीन लेने का सही समय क्या है?
सुबह के नाश्ते में कैफीन ली जा सकती है क्योंकि इससे भरपूर ऊर्जा मिल सकती है। इसके अतिरिक्त शाम 4 से 5 बजे भी कैफीन युक्त चीजों का सेवन किया जा सकता है।
हालांकि, रात के समय कैफीन लेने से बचें क्योंकि इससे नींद खराब होने की संभावना बढ़ जाती है। दरअसल, यह एक उत्तेजना पैदा करने वाला पदार्थ है, जिसके सेवन के बाद आप जागे रह सकते हैं।
स्वास्थ्यवर्धक विकल्प
चाय और काफी के स्वास्थ्यवर्धक विकल्प
अगर आपको चाय और काफी जैसे कैफीन युक्त पेय को काफी ज्यादा मात्रा में पीने की आदत है तो आप इनकी जगह स्वास्थ्यवर्धक विकल्प आजमा सकते हैं।
उदाहरण के लिए, आप सामान्य दूध वाली चाय की जगह ग्रीन टी, माचा टी या हर्बल टी पी सकते हैं, जबकि कॉफी की जगह नींबू पानी, नींबू पानी या फिर हल्दी वाला दूध पीया जा सकता है।
इन चीजों में कैफीन की मात्रा बहुत कम और एंटी-ऑक्सीडेंट्स की मात्रा अधिक होती है।