हीट थेरेपी बनाम कोल्ड थेरेपी: दोनों में क्या है अंतर और किसका इस्तेमाल ज्यादा बेहतर?
अक्सर डॉक्टर शरीर के किसी भी हिस्से में चोट, सूजन या दर्द जैसी स्थितियों के इलाज के तौर पर कोल्ड थेरेपी या फिर हीट थेरेपी का अपनाने की सलाह देते हैं। हालांकि, कई लोग इस बात से वाकिफ नही हैं कि किन किन स्थितियों में हीट थेरेपी और कोल्ड थेरेपी ज्यादा फायदेमंद हो सकती है। अगर आप भी इसी बात को लेकर असमंजस में हैं तो आइए आज हीट थेरेपी और कोल्ड थेरेपी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
हीट थेरेपी और कोल्ड थेरेपी में क्या अंतर है?
हीट थेरेपी: यह गर्म सिकाई होती है, जो मांसपेशियों को आराम पहुंचाकर सूजन या फिर दर्द से क्षतिग्रस्त ऊतकों को ठीक कर सकती है। वहीं, इसकी मदद से प्रभावित हिस्से के रक्त प्रवाह को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। कोल्ड थेरेपी: यह ठंडी सिकाई होती है, जिसका अमूमन इस्तेमाल चोट से प्रभावित हिस्से के लिए इलाज के तौर पर किया जाता है। बता दें कि चोट लगने के 48 घंटे के अंदर कोल्ड थेरेपी को अपना लेना चाहिए।
हीट थेरेपी के इस्तेमाल से मिलने वाले फायदे
अगर आपको गठिया के कारण अक्सर दर्द का सामना करना पड़ता है तो इस स्थिति में हीट थेरेपी का इस्तेमाल करना लाभदायक है। पुरानी चोट और दर्द से राहत दिलाने में भी हीट थेरेपी मदद कर सकती है। इसके अतिरिक्त, जोड़ों की जकड़न, मांसपेशियों की ऐंठन, मरोड़, पैरों में आई मोच, गर्दन दर्द, पीठ दर्द, कंधे में दर्द और पेट में दर्द के लिए हीट थेरेपी उपचार का काम करती है।
हीट थेरेपी के इस्तेमाल के तरीके
आजकल मार्केट में हीटिंग पैड और हीट रैप नाम के कई गैजेट्स उपल्ब्ध हैं, जिनका इस्तेमाल हीट थेरेपी के लिए किया जा सकता है। दर्द और सूजन से प्रभावित हिस्से की हीट थेरेपी करने के लिए गर्म पानी की बोतल का इस्तेमाल या गर्म पानी से नहाया भी जा सकता है। हालांकि, अगर आप इन चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं तो आप गर्म तवे पर सूती कपड़े को लगाकर उससे प्रभावित हिस्से की गर्म सिकाई कर सकते हैं।
कोल्ड थेरेपी के इस्तेमाल से मिलने वाले फायदे
हीट थेरेपी की तरह मार्केट में आइस पैक और फ्रोजन जेल पैक भी मौजूद हैं, जिनका इस्तेमाल कोल्ड थेरेपी के लिए किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, बर्फ और ठंडे पानी के इस्तेमाल से भी प्रभावित हिस्से की कोल्ड थेरेपी की जा सकती है। हालांकि, ध्यान रखें कि बर्फ को सीधा त्वचा पर लगाना गलत है, इसलिए हमेशा बर्फ को किसी कपड़े में लपेटकर प्रभावित हिस्से पर लगाएं।
कोल्ड थेरेपी के इस्तेमाल के तरीके
हीट थेरेपी की तरह मार्केट में आइस पैक और फ्रोजन जेल पैक भी मौजूद हैं, जिनका इस्तेमाल कोल्ड थेरेपी के लिए किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, बर्फ और ठंडे पानी के इस्तेमाल से भी प्रभावित हिस्से की कोल्ड थेरेपी की जा सकती है। हालांकि, ध्यान रखें कि बर्फ को सीधा त्वचा पर लगाना गलत है, इसलिए हमेशा बर्फ को किसी कपड़े में लपेटकर प्रभावित हिस्से पर लगाएं।
हीट थेरेपी और कोल्ड थेरेपी में से क्या है अधिक बेहतर?
हीट थेरेपी और कोल्ड थेरेपी, दोनों तभी फायदेमंद है, जब आप सही स्थिति के लिए इनका इस्तेमाल करें। बेहतर होगा कि इन दोनों थेरेपी में से किसी को भी अपनाने से पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लें।