गर्भावस्था के दौरान होने वाले पैरों के दर्द के लिए अपनाएं ये तरीके, जल्द मिलेगी राहत
क्या है खबर?
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन्हीं समस्याओं में से एक है पैरों में दर्द होना।
दरअसल, जैसे-जैसे शिशु गर्भ में बढ़ता जाता है, वैसे-वैसे महिला का वजन भी बढ़ने लगता है, जिसके परिणामस्वरूप पैरों पर अतिरिक्त दबाव पड़ने के कारण उनमें दर्द होने लगता है।
आइए आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताते हैं, जिन्हें अपनाकर गर्भवती महिला को पैरों के दर्द से छुटकारा मिल सकता है।
#1
तेल मालिश का लें सहारा
अगर किसी गर्भवती महिला के पैरों में दर्द होता है तो वह इससे राहत पाने के लिए तेल मालिश का सहारा ले सकती है क्योंकि इस प्रक्रिया से प्रभावित हिस्से की मांसपेशियों को आराम मिलता है।
राहत पाने के लिए दर्द से प्रभावित पैर पर सरसों के तेल से तब तक मालिश करें जब तक कि तेल त्वचा में अच्छे से अवशोषित न हो जाए।
इस प्रक्रिया को कुछ दिनों तक ऐसे ही दोहराते रहें।
#2
सेंधा नमक से करें सिकाई
गर्भावस्था के दौरान होने वाले पैरों के दर्द को दूर करने में सेंध नमक की सिकाई भी मदद कर सकती है क्योंकि सेंधा नमक कई ऐसे पोषक तत्वों से समृद्ध होता है, जो दर्द निवारक की तरह काम कर सकते हैं।
बस जब भी पैरों में दर्द महसूस हो, तब आप एक टब को हल्के गर्म पानी से भरकर उसमें आधा कप सेंधा नमक मिलाएं, फिर इस मिश्रण में लगभग 20-25 मिनट के लिए अपने पैरों में डालकर बैठ जाएं।
#3
योग और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज भी है प्रभावी
जब भी किसी गर्भवती महिला को पैरों में दर्द महसूस होने लगे तो वह घरेलू उपाय के तौर पर योग और स्ट्रेचिंग भी कर सकती है। पैरों में दर्द होने पर कम से कम 15 मिनट तक श्वानासन, बद्धकोणासन और सुखासन आदि योगासनों का अभ्यास करें।
वहीं, योगाभ्यास से पहले और बाद में स्ट्रेचिंग करना न भूलें क्योंकि इसके अभ्यास से पैरों में लचीलापन बढ़ता है और उन्हें दर्द से आराम मिलता है।
न्यजबाइट्स प्लस (बोनस इंफो)
इन बातों का रखें खास ध्यान
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को ज्यादा देर तक खड़े होने से बचना चाहिए।
ऐसे फुटवियर्स पहनने चाहिए, जो कि आरामदायक हो क्योंकि तंग जूते या चप्पल पहनने से पैरों में दर्द होने की संभावना बढ़ सकती है।
इसके अतिरिक्त, ठंड के मौसम में गर्भवती महिलाओं के लिए पैरों में खुली और आरामदायक जुराबें पहनना सही है और रोजाना कुछ सरल एंकल या फिर पैरों से जुड़ी एक्सरसाइज करना बेहतर साबित हो सकता है।