एंटीऑक्सीडेंट गुणों से समृद्ध होती हैं ये चीजें, डाइट में शामिल करना होगा फायदेमंद
क्या है खबर?
एंटीऑक्सीडेंट को ऐसा पोषक तत्व माना जाता है जो फ्री रेडिकल्स की वजह से शरीर की कोशिकाओं को होने वाले नुकसान से बचाने में सहायक होता है। ये फ्री रेडिकल्स शरीर में कई गंभीर बीमारियों के जनक साबित हो सकते हैं।
इसलिए डाइट में एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर खाद्य को शामिल करना फायदेमंद माना जाता है। आइए आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बताते हैं जिनमें अच्छी-खासी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं।
#1
ब्लूबेरीज
ब्लूबेरीज को डाइट में शामिल बेहद फायदेमंद सिद्ध हो सकता है क्योंकि ये एंथोसायनिन फ्लेवोनोइड और पॉलीफेनोल गुणों से भरपूर होती हैं जो एंटीऑक्सीडेंट की तरह कार्य करते हैं।
साथ ही इसमें विटामिन-सी और अन्य जरूरी पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। ये सभी पोषक तत्व हृदय को स्वस्थ रखने, ब्रेन फंक्शन में सुधारने, हड्डियों को मजबूत करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार सिद्ध हो सकते हैं।
#2
ग्रीन टी
ग्रीन टी का सेवन स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इसमें प्राकृतिक तौर पर कैटेचिन नामक खास एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है। कई अध्ययनों के मुताबिक ग्रीन टी में अन्य चायों के मुकाबले कई गुना अधिक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं।
इस कारण नियमित तौर पर ग्रीन टी का सेवन स्वास्थ्य को सही रखने में मदद कर सकता है। हालांकि दिनभर में केवल एक या दो प्याली ग्रीन टी का ही सेवन करें, इससे अधिक नहीं।
#3
लाल पत्ता गोभी
लाल पत्ता गोभी में अन्य सब्जियों की तुलना में अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट शामिल होते हैं, इसलिए इसका सेवन शरीर से फ्री रेडिकल्स को हटाने और अलग-अलग तरह की शारीरिक सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।
यहीं नहीं, लाल पत्ता गोभी में एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ कार्डियोप्रोटेक्टिव और हेपेटोप्रोटेक्टिव प्रभाव होते हैं, जो हृदय और लीवर को सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं।
इसलिए लाल पत्ता गोभी को डाइट में जरूर शामिल करें।
#4
बीन्स
बीन्स को भी डाइट में शामिल करना लाभदायक सिद्ध हो सकता है क्योंकि बीन्स भी एंटीऑक्सिडेंट भरपूर होते हैं, जो कोशिकाओं को होने वाली क्षति को रोक सकते हैं। साथ ही यह बीमारी से लड़ने की क्षमता को बढ़ाने और एजिंग को धीमा करने में सहायक हो सकते हैं।
वहीं, इसमें फाइबर और अन्य पोषक तत्व भी होते हैं, जो पाचन तंत्र को लाभ पहुंचाकर डाइजेस्टिव कैंसर से बचाव करने में मदद कर सकते हैं।