क्या आप बार-बार हो जाते हैं बीमार? अकेलापन हो सकता है इसका प्रमुख कारण
क्या है खबर?
बीमारियां तो सभी को हो जाती हैं, लेकिन कुछ ऐसे लोग भी होते हैं, जिनकी तबियत अक्सर खराब रहती है।
अपना इलाज कराने के लिए वे डॉक्टर बदलते रहते हैं, ढेर सारी दवाइयां खाते हैं और जीवनशैली में भी बदलाव कर लेते हैं।
हालांकि, इन सबके बाद भी उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता नहीं सुधरती है और वे बीमार होते रहते हैं।
अब एक अध्ययन से सामने आया है कि बार-बार बीमार पड़ने का मुख्य कारण अकेलापन भी हो सकता है।
अध्ययन
160,000 लोगों की जांच करने के बाद पूरा हुआ अध्ययन
इस अध्ययन को महामारी विज्ञान और मनोरोग विज्ञान नामक पत्रिका में प्रकाशित किया गया था। डेनमार्क के शोधकर्ताओं ने मिलकर इसे पूरा किया था, जिसके लिए 160,000 लोगों की जांच की गई थी।
इस अध्ययन में भाग लेने वाले प्रतिभागियों की 3 पैमानों पर जांच की गई थी, जिनमें अकेलापन, सामाजिक अलगाव और कम सामाजिक समर्थन शामिल थे।
शोध से पता चला कि अकेले और सामाजिक रूप से अलग-थलग रहने वाले लोगों के बीमार पड़ने की संभावना ज्यादा होती है।
प्रक्रिया
प्रतिभागियों की आदतों पर रखी गई थी नजर
शोध को पूरा करने के लिए शोधकर्ताओं ने देखा कि क्या प्रतिभागी लोगों से मिलना और बातें करना पसंद करते हैं या नहीं।
इसके अलावा, यह भी देखा गया कि मुश्किल समय में अन्य लोग प्रतिभागियों की मदद के लिए आगे आते हैं या नहीं।
इन सभी लोगों पर नजर रखने के बाद पता चला कि जो लोग अकेलेपन का शिकार हैं या अकेले रहते हैं, वो अक्सर बीमार हो जाते हैं।
नतीजे
अकेलेपन की भावना है परेशानी की जड़
अध्ययन के नतीजों के मुताबिक, अकेलेपन का एहसास ही आपके बीमार पड़ने का कारण बन सकता है। इससे कोई फरक नहीं पड़ता कि आप कम बातचीत करते हैं या आपके पास ऐसे लोग कम हों जिनकी आप मदद ले सकें।
कई लोग बड़े-बड़े समूहों के बीच में बैठकर भी अकेला महसूस करते हैं। शोधकर्ता कहते हैं कि अकेलापन एक भावना है, जिसे मन से निकाले बिना आप स्वस्थ और खुश नहीं रह सकते।
बीमारियां
अकेलापन बन सकता है इन बीमारियों का कारण
अध्ययन के जरिए यह भी पता चला की अकेलेपन के कारण कौन-कौन सी बीमारियां होती हैं।
अकेलापन मानसिक विकारों, संचार संबंधी स्थितियों, रक्त संबंधी स्थितियों, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल बीमारियों, मूत्र पथ से जुड़ी समस्याओं और यहां तक की कैंसर का भी कारण बन सकता है।
इसके अलावा, इससे तंत्रिका संबंधी स्थितियां भी बढ़ जाती हैं और लोग अवसाद, चिंता और तनाव की चपेट में आ जाते हैं।
अकेलापन मानसिक स्वास्थ्य को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है।