सर्दियों में जम जाती है ये भारतीय झीलें, इनकी प्राकृतिक सुंदरता होती है देखने लायक
भारत में जमी हुई झीलें सर्दियों में अनोखा अनुभव प्रदान कर सकती हैं। ये झीलें अपनी प्राकृतिक सुंदरता और ठंडी हवा के लिए मशहूर हैं। हिमालय की गोद में स्थित ये झीलें साहसिक गतिविधियों के लिए आदर्श हैं। यहां आप स्केटिंग, ट्रेकिंग और फोटोग्राफी का आनंद ले सकते हैं। इनकी यात्रा आपको प्रकृति के करीब लाती है और एक शांतिपूर्ण वातावरण देती है, जो मन को शांति और सुकून प्रदान करता है।
गुरुडोंगमार झील
गुरुडोंगमार झील सिक्किम में स्थित एक ऊंचाई पर बसी खूबसूरत जगह है, जो सर्दियों में जम जाती है। समुद्र तल से लगभग 17,800 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस झील तक पहुंचना अपने आप में एक साहसिक कार्य होता है। यहां पहुंचकर आपको चारों ओर बर्फीले पहाड़ों का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है, जो आपकी यात्रा को खास बना देता है। इस स्थान पर जाने वाले पर्यटक अक्सर इसकी शांति और प्राकृतिक सुंदरता से प्रभावित होते हैं।
त्सो मोरीरी झील
त्सो मोरीरी लद्दाख की सबसे बड़ी उच्च ऊंचाई वाली झीलों में से एक मानी जाती है, जो सर्दियों के दौरान पूरी तरह जम जाती है। यह स्थान अपनी शांतिपूर्ण वातावरण और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, जहां आप आराम कर सकते हैं और प्रकृति का आनंद ले सकते हैं। यहां आने वाले पर्यटक अक्सर पक्षी देखने, फोटोग्राफी करने या बस आराम करने आते हैं क्योंकि यह जगह शहर की भागदौड़भरी जिंदगी से दूर शांति प्रदान करती है।
रूपकुंड झील
उत्तराखंड के रूपकुंड झील को 'कंकाल तालाब' भी कहा जाता है क्योंकि यहां कई प्राचीन मानव कंकाल पाए गए थे। सर्दियों में जब यह झील जम जाती है तो इसका दृश्य बेहद आकर्षक हो जाता है। रूपकुंड तक पहुंचने वाला रास्ता कठिन हो सकता है, लेकिन इसके आसपास फैली प्राकृतिक सुंदरता इसे खास बनाती है। यहां आकर आप हिमालयी वनस्पति और जीव-जंतुओं को करीब से देख सकते हैं।
डल झील
श्रीनगर में स्थित डल झील गर्मी व बरसात दोनों मौसमों मे बेहद खूबसूरत दिखती है, लेकिन जब ठंडी हवाओं मे ये पूरी तरह जम जाती है तब इसका नजारा कुछ अलग ही होता है। इस समय लोग यहां आइस स्केटिंग जैसी गतिविधियां करते हुए देखे जा सकते हैं। साथ ही शिकारा राइड लेना भी काफी मजेदार साबित होता है, जिससे झील के चारो ओर की बर्फ इसकी सुंदरता को बढ़ा देती है।