छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हैं कई मशहूर पर्यटन स्थल, एक बार जरूर करें इनका रुख
रायपुर छत्तीसगढ़ की राजधानी है और राज्य का सबसे बड़ा शहर है। यह अपने अनुभवों और पुरातात्विक स्थलों के लिए जाना जाता है, जो इस शहर को एक आकर्षक यात्री गंतव्य बनाते हैं। अगर आप आध्यात्मिक यात्रा की तलाश में हैं तो यह जानकर आपको आश्चर्य होगा कि रायपुर के पर्यटन स्थलों में कुछ प्राचीन मंदिर भी हैं, जहां दूर-दूर से पर्यटक आते हैं। आइए आज हम आपको रायपुर के 5 प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में बताते हैं।
महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय
राजनांदगांव के राजा महंत घासीदास के नाम का यह संग्रहालय इतिहास के शौकीन और पुरातत्व में रुचि रखने वालों के लिए अवश्य देखने लायक है। यह संग्रहालय पत्थर की नक्काशीदार मूर्तियों, संगीत वाद्ययंत्रों और छत्तीसगढ़ की जीवनशैली को प्रदर्शित करने वाली वस्तुओं के साथ-साथ पाषाण युग की कलाकृतियों को भी संरक्षित करता है। इस 2 मंजिला परिसर के भीतर एक सुंदर पुस्तकालय भी है, जिसमें पुस्तकें और अभिलेख हैं।
ऊर्जा पार्क
अगर आप बच्चों के साथ यात्रा करने वाले हैं तो रायपुर के ऊर्जा पार्क का रुख जरूर करें। शहर के केंद्र के करीब स्थित यह पार्क कई एकड़ हरी-भरी भूमि पर फैला हुआ है, जो पिकनिक के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। इसमें नौकायन के लिए एक झील, कुछ विज्ञान प्रदर्शनी और एक संगीतमय फव्वारा है। पार्क के भीतर कुछ फूड ज्वाइंट भी हैं। पार्क का रख-रखाव बहुत अच्छी तरह से किया गया है और यह बिल्कुल साफ रहता है।
स्वामी विवेकानंद सरोवर
शांति और सुकून के अहसास से भरपूर यह जगह बूढ़ा तालाब यानी पुरानी झील के नाम से भी मशहूर है। कई हरे-भरे पेड़ों, विशेषकर ताड़ के पेड़ों से घिरा यह स्थान सुखदायक झील के दृश्य प्रस्तुत करता है। सबसे आदर्श पिकनिक स्थलों में से एक स्वामी विवेकानंद सरोवर न केवल पर्यटकों के लिए बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी एक पसंदीदा जगह है, जो अपने परिवार और प्रियजनों के साथ यहां समय बिताना पसंद करते हैं।
एमएम फन सिटी वाटर एम्यूजमेंट पार्क
रायपुर में स्थित यह वाटर-कम-फन एम्यूजमेंट पार्क मनोरंजन का सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। परिवार और दोस्तों के साथ आनंद के कुछ क्षण बिताने के लिए यह एक बहुत ही मजेदार स्थल है। यह पार्क अपने विभिन्न फन वाटर स्लाइड्स, रेन डांस, किड्स जोन, रेस्तरां और फैमिली पूल के लिए प्रसिद्ध है। यह पार्क आम दिनों में सुबह के 10:30 से शाम के 7 बजे तक और सप्ताहांत में सुबह के 10:30 बजे से रात 8:00 तक खुला रहता है।
महामाया मंदिर
11वीं शताब्दी का यह मंदिर खारून नदी तट पर पुराने किले क्षेत्र में स्थित है। यह मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है और इसलिए नवरात्रि और दुर्गा पूजा के समय बड़ी संख्या में भक्त यहां आते हैं। मंदिर परिसर में महाकाली, भद्रकाली, भगवान शिव, भगवान हनुमान, भगवान विष्णु और भगवान हनुमान की मूर्तियां भी स्थापित हैं। मां दुर्गा के भक्त यहां दूर-दूर से आते हैं।