हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक हैं ये पेय, रोगी डाइट में जरूर करें शामिल
शरीर में अच्छा और खराब कोलेस्ट्रॉल होता है और जब शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने लगता है तो इससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है और हृदय के साथ-साथ शरीर के कई हिस्सों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसे ही हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या कहा जाता है, जिसे नियंत्रित करना बहुत जरूरी है। आइए आज हम आपको कुछ ऐेसे पेय के बारे में बताते हैं, जो हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकते हैं।
ग्रीन टी
बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में ग्रीन टी का सेवन भी सहायक साबित हो सकता है। वहीं, रोजाना एक कप ग्रीन टी का सेवन पूरे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है क्योंकि यह एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से समृद्ध होती है। इसके लिए सबसे पहले आधी या फिर एक चौथाई चम्मच ग्रीन टी को एक कप पानी में उबालें और जब उबाल आ जाए तो इसे एक कप में छान लें, फिर इसमें स्वादानुसार शहद मिलाकर इसे पीएं।
टमाटर का जूस
टमाटर में अच्छी खासी मात्रा में विटामिन-C, विटामिन-E, आयरन, मैग्नीशियम और पौटेशियम जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो हृदय की धमनियों में खून को सही ढंग से प्रवाहित करने और खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसलिए कोलेस्ट्रॉल रोगियों के लिए टमाटर के जूस का सेवन करना लाभदायक है। हालांकि, ध्यान रखें कि घर का बना टमाटर का जूस ही कोलेस्ट्रॉल रोगियों के लिए फायदेमंद है।
हरे अंगूरों की स्मूदी
हरे अंगूर टेरोस्टिलबीन नामक कंपाउंड से युक्त होते हैं, जो खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है, इसलिए कोलेस्ट्रॉल रोगियों के लिए हरे अंगूर की स्मूदी बनाकर पीना लाभदायक हो सकता है। इस स्मूदी को बनाने के लिए पहले आवश्यकतानुसार हरे अंगूरों को मिक्सी में पीस लें, फिर इसमें थोड़ी दही डालकर दोबारा मिक्सी चलाएं। अब मिक्सी का मिश्रण एक गिलास में डालकर इस पर पुदीने की कुछ पत्तियां डालें। इसके बाद स्मूदी पिएं।
ओट्स मिल्क
सुनने में भले ही आपको अजीब लगे लेकिन इस श्रेणी में भीगे ओट्स से बनने वाले दूध का नाम भी शामिल है, जो उच्च कार्बस और फाइबर जैसे पोषक गुणों से समृद्ध होता है। इस दूध का नियमित तौर पर सेवन करने से आप अपने वजन को कम करने से लेकर मधुमेह समेत कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखने तक कई स्वास्थ्य लाभ पा सकते हैं। हालांकि, इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करें।