शरी में कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से बढ़ जाता है इन बीमारियों का खतरा
शरीर में दो प्रकार का कोलेस्ट्रॉल होता है, अच्छा और खराब कोलेस्ट्रॉल। वहीं, जब शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने लगता है तो इससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है और शरीर के कई हिस्सों में इसका असर पड़ सकता है, इसलिए इसे नियंत्रित करके रखना बहुत जरूरी है। आइए आज हम आपको बताते हैं कि अगर खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता रहे तो इसके कारण शरीर कौन-कौन सी बीमारियों की चपेट में आ सकता है।
मधुमेह जैसी गंभीर बीमारी का रहता है खतरा
अगर शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने लगे तो इसे तुरंत कंट्रोल करने की कोशिश करें क्योंकि इसके कारण आपको मधुमेह जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है। दरअसल, जब खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने लगता है तो शरीर में मौजूद इंसुलिन की मात्रा भी असंतुलित होने लगती है, जो मधुमेह का कारण बन सकती है। बेहतर होगा कि आप अपने खान-पान और जीवनशैली को सही रखें ताकि शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर न बढ़े।
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से पड़ सकता है जूझना
खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने से ब्लड प्रेशन भी अनियंत्रित हो सकता है। इसके कारण हाई ब्लड प्रेशर की समस्या उत्पन्न हो सकती है। हाई ब्लड प्रेशर के कोई लक्षण नहीं होते हैं। इसे जानने का केवल एक ही तरीका है कि आप इसकी नियमित जांच करवाते रहें। इसी के साथ ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने के लिए डाइट में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें और रोजाना कुछ मिनट एक्सरसाइज करें।
पेरिफेरल आर्टरी डिसीज का करना पड़ सकता है सामना
शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने से पेरिफेरल आर्टरी डिसीज भी हो सकता है। यह एक ऐसी बीमारी है, जो मांसपेशियों में ब्लड सर्कुलेशन को सीमित कर देती है और इसके कारण चलने-फिरने या खड़े होने में काफी परेशानी होने लगती है। साफ शब्दों में कहे तो यह बीमारी उन मांसपेशियों पर असर डालती हैं, जो शरीर के निचले हिस्से में है। अगर आप इस बीमारी से बचे रहना है तो अपनी डाइट और जीवनशैली को सही रखें।
स्ट्रोक भी हो सकता है
शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने से स्ट्रोक का भी खतरा रहता है। जब ऑक्सीजन और न्यूट्रिएंट्स को दिमाग तक पहुंचाने वाली ब्लड वैसल्स ब्लॉक हो जाती है तब स्ट्रोक होता है। अगर दिमाग तक खून की सप्लाई कम हो जाएगी तो स्ट्रोक आ सकता है। बता दें कि स्ट्रोक एक गंभीर दिमाग से जुड़ी बीमारी है, जो व्यक्ति को मौत के मुंह में ढकेल सकती है। इसलिए समय-समय पर अपने कोलेस्ट्रॉल के स्तर की जांच करवाते रहें।