एवोकाडो तेल बनाम जैतून का तेल: स्वास्थ्य के लिए कौन-सा तेल है अधिक लाभदायक?
जैसे-जैसे लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरूक हो रहे हैं, वैसे-वैसे वे खान-पान में इस्तेमाल होने वाले सेहतमंद तेलों को अपना रहे हैं। मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड वसा वाले तेल स्वास्थ्यवर्धक होते हैं। ये अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाते हैं, जिससे हृदय रोग का खतरा कम होता है। इन दिनों लोग अपनी डाइट में स्वस्थ वसा वाले एवोकाडो तेल और जैतून के तेल को शामिल कर रहे हैं। आइए जानते हैं दोनों में से कौन-सा तेल अधिक फायदेमंद है।
क्या होता है एवोकाडो तेल?
एवोकाडो तेल एक बेहद स्वास्थ्यवर्धक तेल है, जिसे एवोकाडो फल को निचोड़कर तैयार किया जाता है। यह तेल खास तौर से अमेरिका, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका में प्रसिद्ध है। हालांकी, इन दिनों इसका इस्तेमाल भारतीय खान-पान में भी किया जाने लगा है। इस तेल के सेवन से खराब कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है, जिससे हृदय स्वास्थ्य दुरुस्त होता है। आप इस तेल को त्वचा की देखभाल में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
क्या होता है जैतून का तेल?
एवोकाडो तेल के समान जैतून के तेल को भी जैतून के फल से बनाया जाता है। यह कई किस्मों में उपलब्ध है, जैसे एक्स्ट्रा-वर्जिन या वर्जिन जैतून का तेल। वर्जिन और एक्स्ट्रा-वर्जिन जैतून का तेल ठंडे दबाव वाली तकलीन के जरिए निकाला जाता है। इसे खाना पकाने के साथ-साथ सलाद आदि पर ड्रेसिंग की तरह भी इस्तेमाल किया जाता है। जैतून का तेल कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और कई प्रकार के कैंसर के खिलाफ भी फायदेमंद साबित होता है।
एवोकाडो तेल और जैतून तेल की पोषण संबंधी तुलना
एक चम्मच एवोकाडो तेल और एक्स्ट्रा-वर्जिन जैतून के तेल दोनों में 120 कैलोरी और 14 ग्राम वसा होती है। हर एक चम्मच में 2 ग्राम संतृप्त वसा और 10 ग्राम मोनोअनसैचुरेटेड वसा शामिल होती है। एक चम्मच एवोकाडो तेल में 2 ग्राम पॉलीअनसेचुरेटेड वसा होती है, जबकि जैतून के तेल में 1.5 ग्राम होती है। एवोकाडो तेल में 23 प्रतिशत विटामिन E होता है, जबकि जैतून के तेल में 33 प्रतिशत होता है।
दोनों में से कौन-सा तेल है स्वास्थ्य के लिए बेहतर?
एवोकाडो तेल और जैतून का तेल दोनों काफी पौष्टिक होते हैं और कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। एवोकाडो तेल का स्मोक पॉइंट उच्च (लगभग 520°F/271°C) होता है, जो इसे तलने और ग्रिल करने जैसे खाना पकाने के तरीकों के लिए आदर्श बनाता है। वहीं, जैतून के तेल का स्मोक पॉइंट (लगभग 375°F/191°C) कम होता है, जो इसे कम से मध्यम गर्मी पर खाना पकाने के लिए उपयुक्त बनाता है।