असली चंदन की लकड़ी की पहचान करने के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स
चंदन एक बेहद बेशकीमती और बहुमूल्य लकड़ी है, जो अपनी अनोखी खुशबू और अनगिनत फायदों के लिए जानी जाती है। यह आपको अपनी त्वचा की देखभाल करने में सहायता कर सकती है और चोट का इलाज भी कर सकती है। इस नायाब लकड़ी का जल्दी मिलना मुश्किल होता है, जिसके कारण इन दिनों बड़े पैमाने पर बाजार में नकली चंदन बिकने लगा है। आप असली चंदन की पहचान करने के लिए ये 5 टिप्स अपना सकते हैं।
सुगंध से लगाएं पता
शुद्ध चंदन की खुशबु लंबे समय तक टिकी रहती है और बेहद मनमोहक होती है। इस लकड़ी को अपनी प्राकृतिक सुगंध इसमें मौजूद अल्फा और बीटा-सैंटोल यौगिकों के कारण मिलती है। चंदन की शुद्धता जांचने के लिए अपने हाथों में चंदन की लकड़ी को उठाएं और पास से सूंघें। अगर आपको एक भीनी और मधुर सुगंध आती है तो समझ जाइए की चंदन असली है। वहीं अगर इसकी खुशबु बेहद जटिल हो तो वह निश्चित रूप से नकली है।
रंग और बनावट की करें जांच
भारतीय चंदन आपूर्तिकर्ता संघ (ISSA) कहता है कि शुद्ध चंदन का प्राकृतिक रंग हल्का पीला या लाल और भूरा होता है। ISSA सलाह देता है कि चंदन की लकड़ी खरीदने से पहले उसके रंग की बारीकी से जांच जरूर कर लें। असली चंदन का रंग बिना किसी धारी या मलिनकिरण के एक समान होना चाहिए। इसके अलावा, शुद्ध चंदन की बनावट महीन दाने जैसी होती है, जिसे स्पर्श करने पर यह चिकना होता है।
वजन से भी होगा खुलासा
देहरादून में स्थित वन अनुसंधान संस्थान (FRI) द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह पाया गया कि शुद्ध चंदन अपने आकार के हिसाब से काफी भारी होता है। शोधकर्ता इसकी लकड़ी को हाथों में पकड़कर उसके वजन का आकलन करने का सुझाव देते हैं। असली चंदन भारी और घना महसूस होना चाहिए, जो इसमें मौजूद उच्च तेल सामग्री और इसकी गुणवत्ता का संकेत देता है। चंदन का तेल भी आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
जांचें नमी की मात्रा
मद्रास के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) की एक लकड़ी विशेषज्ञ के अनुसार शुद्ध चंदन में नमी की मात्रा 8-12% के बीच होती है। वह लकड़ी की नमी की मात्रा को मापने के लिए नमी मीटर का उपयोग करने की सलाह देती है। अगर रीडिंग अनुशंसित सीमा से काफी ज्यादा या कम है, तो यह मिलावट या खराब गुणवत्ता का संकेत हो सकता है। ऐसे में वही चंदन की लकड़ी खरीदें, जिसकी नमी की मात्रा 12% हो।
खरीदने से पहले देखें शुद्धता प्रमाणपत्र
ISSA सलाह देता है कि आप चंदन खरीदने से पहले खरीदार से इंडियन सैंडलवुड ऑयल एंड वुड एसोसिएशन (ISOWA) या FSC जैसे प्रतिष्ठित संगठनों से दिए गए प्रमाणपत्र दिखाने की मांग करें। ये प्रमाणपत्र चंदन की शुद्धता जांचने के लिए कई तरह के परिक्षण करने के बाद ही दिए जाते हैं। इनके जरिए यह सुनिश्चित होता है कि चंदन नैतिक स्रोतों से प्राप्त किया गया है। आप त्वचा की देखभाल के लिए इन तरीकों से चंदन का प्रयोग करें।