खराब शारीरिक मुद्रा को सुधारने के लिए अपनाएं ये 5 असरदार तरीके
क्या है खबर?
खराब शारीरिक मुद्रा दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है और डेस्क जॉब यानी बैठे-बैठे काम करने वाले लोग इससे ज्यादा प्रभावित हैं।
इसका कारण है कि लंबे समय तक बैठकर काम करने से रीढ़ की हड्डी पर तनाव आता है, जिसके कारण पीठ दर्द, ऊर्जा की कमी, मोटापा और हृदय रोग जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
आइए आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताते हैं, जो शारीरिक मुद्रा को सुधारने में मदद कर सकते हैं।
#1
जागरूकता है जरूरी
किसी भी बुरी आदत को सुधारने के लिए पहला कदम उसे पहचानना है और यह बात खराब मुद्रा को सुधारने के लिए भी लागू होती है।
अगर आप हमेशा पीठ को झुकाकर बैठते हैं तो सीधे बैठने की कोशिश करें। समय-समय पर अपनी मुद्रा की जांच करने के लिए अपने फोन पर रिमाइंडर सेट करें या अपने कार्यक्षेत्र के चारों ओर स्टिकी नोट्स का इस्तेमाल करें।
यहां लक्ष्य आत्म सुधार की आदत बनाना है।
#2
पीठ को सीधा रखने वाली चीजों में निवेश करें
अगर आप चाहते हैं कि आपकी शारीरिक मुद्रा में सुधार हो तो पीठ को सीधा रखने वाली चीजों में निवेश करें या अपने नियोक्ता से ऐसा करने के लिए कहें।
इसके लिए पीठ को सहारा देने वाली एक अच्छी कुर्सी और स्टैंडिंग डेस्क जैसी चीजें रखने से मुद्रा सुधार का लक्ष्य प्राप्त हो सकता है।
बेहतर उत्पादकता और कार्य-जीवन संतुलन के लिए सही शारीरिक मुद्रा को बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है।
यहां जानिए स्टैंडिंग डेस्क पर काम करने के फायदे।
#3
ठीक से बैठें
ज्यादातर लोग काम करते समय गलत तरीके से बैठते हैं, जो समय के साथ उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
लाभ के लिए आपके पैर फुटरेस्ट पर टिके होने चाहिए। इसके अतिरिक्त कंप्यूटर स्क्रीन का ऊपरी किनारा आपकी आंखों के स्तर पर होना चाहिए।
इसका मतलब है कि झुककर अपने कंप्यूटर को देखने से बचें क्योंकि यह आपकी गर्दन की मांसपेशियों को कमजोर कर सकता है और कई परेशानी का कारण बन सकता है।
#4
समय-समय पर ब्रेक लेकर करें स्ट्रेचिंग
ऑफिस में लगातार काम करते रहने से हमारा शरीर थक जाता है, जिसकी वजह से पीठ और कंधों पर दबाव पड़ने लगता है और इनमें झुकाव आने के साथ दर्द बढ़ने लगता है।
इससे बचाव के लिए जरूरी है कि हर 10 से 15 मिनट बाद ब्रेक लेकर अपने हाथ-पैरों को स्ट्रेच करें।
यह न केवल आपकी शारीरिक मुद्रा को दुरुस्त करने में मदद कर सकता है, बल्कि उत्पादकता और मूड को भी बढ़ावा दे सकता है।
#5
रोजाना एक्सरसाइज करें
अपने दिनचर्या में उन एक्सरसाइज को शामिल करें, जो आपकी कोर और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत कर सकते हैं।
इसके लिए वेट ट्रेनिंग के साथ-साथ योग और पाइलेट्स अच्छे विकल्प हैं। इसके अतिरिक्त रोजाना सुबह के समय कुछ मिनट चलना भी बेहतर है।
ज्यादा देर तक बैठे रहने से मांसपेशियों पर असर पड़ता है, जिसकी मरम्मत करने में संतुलित और पौष्टिक आहार मदद कर सकता है।