मेघालय: चेरापूंजी जाएं तो इन 5 गतिविधियों को अपनी यात्रा का बनाएं हिस्सा
मेघालय में स्थित चेरापूंजी भारत की सबसे ज्यादा बारिश वाली जगह है। इसलिए इसे 'बारिश की राजधानी' के नाम से भी जाना जाता है। यह जगह समुद्र तल से लगभग 1,484 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और यहां का मौसम सालभर ठंडा रहता है। अगर आप अपने दोस्तों या परिवार के साथ घूमने की योजना बना रहे हैं तो आइए इस जगह और इसके आसपास की सबसे लोकप्रिय गतिविधियों के बारे में जानते हैं।
पौधों की जड़ों से बने ब्रिज की करें यात्रा
चेरापूंजी में एक ऐसा ब्रिज मौजूद है, जिसके लिए ईट-पत्थर या लोहे जैसी चीजों का नहीं, बल्कि पौधों की जड़ों का इस्तेमाल हुआ है। यह ब्रिज नोंगथाइमाई गांव में स्थित है और इसकी लंबाई लगभग 20 मीटर है। अगर आप इस ब्रिज की एक तरफ से दूसरी तरफ जाते हैं तो आपको एक अलग ही अनुभव प्राप्त होगा। यहां जानिए मेघालय के पर्यटन स्थल।
नोहकलिकाई झरना है बहुत खूबसूरत
चेरापूंजी से लगभग 5 किलोमीटर दूर नोहकलिकाई झरना देश के सबसे बड़े झरनों में से एक है, जिसके नीचे एक तालाब बना हुआ है। यह 1,115 फीट लंबा है। यहां पर्यटक एक गैलरी से झरने और इसके हरे-भरे परिवेश का मनोरम दृश्य देख सकते हैं। इस झरने का पानी हरे रंग का दिखाई देता है। इसकी यात्रा के लिए साल का सबसे अच्छा समय मानसून के मौसम के दौरान होता है।
बहुत रहस्यमयी हैं मावसमाई गुफाएं
चेरापूंजी से करीब 6 किलोमीटर दूर मावसमाई गुफाएं खुद में कई रहस्यों को समेटे हुए है। इनकी लंबाई 150 मीटर है और इसमें 2 प्रवेश द्वार हैं, एक निचले स्तर पर और दूसरा ऊपरी स्तर पर। ये गुफाएं चूना पत्थर से बनी हुई हैं और इसके अंदर जाने पर आपको विभिन्न तरह की संरचनाएं देखने को मिल सकती हैं। इन गुफाओं में प्रवेश करने का समय सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक होता है।
7 झरनों का सुंदर दृश्य प्रदान करता है मावस्मई झरना
मावस्मई झरना को नोह्सिंगिथियांग झरना और अंग्रेजी में सैवन सिस्टर्स फॉल्स के नाम से भी जाना जाता है। यह झरना 7 अलग-अलग झरनों में विभाजित होकर ऊंचे पहाड़ों के बीच में से गिरता है। इसकी कुल ऊंचाई लगभग 315 मीटर और चौड़ाई करीब 70 मीटर है । मानसून के दौरान इस झरने की खूबसूरती अपने चरम पर रहती है। इसलिए इस समय इस झरने को अपनी यात्रा का हिस्सा जरूर बनाएं।
विभिन्न किस्म के फूल वाले पौधों से सजा है थांगखारंग पार्क
चेरापूंजी शहर से करीब 12 किलोमीटर दूर स्थित यह पार्क अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। यहां आप विभिन्न किस्म के फूल वाले पौधों को देख सकते हैं साथ ही यहां बने वॉच टावर से आसपास की घाटियों का मनोरम दृश्य देख सकते हैं । इस पार्क में प्रवेश करने का समय सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक होता है।