मेकअप से जुड़े इन भ्रमों को सच मानते हैं लोग, जानिए इनकी सच्चाई
क्या है खबर?
आजकल बाजार में जितने मेकअप उत्पाद मौजूद हैं, उतने ही लोगों के बीच उनसे जुड़े भ्रम प्रचलित हैं, जो अक्सर लोगों को भ्रमित कर देते हैं।
इन भ्रमों की वजह से लोग गलत धारणाएं बना लेते हैं और अपनी त्वचा या लुक के साथ सही तरीके से पेश नहीं आ पाते हैं।
इस लेख में हम कुछ ऐसे ही आम भ्रमों पर चर्चा करेंगे और उनकी सच्चाई बताएंगे, ताकि आप अपने स्किनकेयर रूटीन को बेहतर बना सकें।
#1
भ्रम- फाउंडेशन का रोजाना उपयोग त्वचा को नुकसान पहुंचाता है
बहुत से लोग मानते हैं कि फाउंडेशन का रोजाना उपयोग करने से त्वचा खराब हो जाती है, लेकिन यह सच नहीं है।
अगर आप सही प्रकार के फाउंडेशन का चयन करते हैं, जो आपकी त्वचा के अनुकूल हो तो यह आपकी त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
इसके अलावा मेकअप हटाने के लिए सही क्लींजर का उपयोग करना भी जरूरी है ताकि आपकी त्वचा साफ रहे और बंद रोमछिद्रों की समस्या न हो।
#2
भ्रम- कंसीलर स्किन टोन से हल्का होना चाहिए
शायद मेकअप से जुड़ा सबसे आम भ्रम यही है कि हमेशा ऐसा कंसीलर चुनना चाहिए जो आपकी स्किन टोन से थोड़ा हल्का हो। इसका कारण है कि इससे आंखों के काले घेरों को छिपाया जा सकता है, जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए।
अगर विशेषज्ञों की मानें तो ऐसा करने से आंखों के काले घेरे उभर सकते हैं। आंखों के काले घेरे छिपाने के लिए हमेशा नारंगी रंग का कंसीलर ही चुनना चाहिए।
#3
भ्रम- प्राकृतिक उत्पाद हमेशा बेहतर होते हैं
प्राकृतिक उत्पादों को लेकर एक धारणा बनी हुई है कि वे हमेशा सुरक्षित होते हैं। हालांकि, यह जरूरी नहीं कि सभी प्राकृतिक उत्पाद हर किसी की त्वचा के लिए अच्छे हों।
कुछ प्राकृतिक तत्व भी एलर्जी या जलन पैदा कर सकते हैं। इसलिए किसी भी नए उत्पाद का इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट करना चाहिए ताकि आपको पता चल सके कि वह आपके लिए सुरक्षित है या नहीं।
#4
भ्रम- महंगे उत्पाद ही असरदार होते हैं
यह धारणा गलत है कि केवल महंगे सौंदर्य उत्पाद ही असरदार होते हैं।
बाजार में कई बजट-फ्रेंडली विकल्प भी उपलब्ध हैं, जो महंगे ब्रांड्स की तरह ही प्रभावी होते हैं। अहम यह है कि आप अपनी त्वचा की जरूरतों को समझें और उसी के अनुसार सही उत्पाद चुनें।
चाहे वह किसी भी कीमत का क्यों न हो, आपकी त्वचा के अनुकूल होना चाहिए। इस तरह आप अपनी त्वचा की देखभाल सही तरीके से कर सकते हैं।
#5
भ्रम- सनस्क्रीन सिर्फ धूप में जाने पर लगाना चाहिए
सनस्क्रीन केवल धूप में जाने पर लगाने की सलाह दी जाती रही है, लेकिन हकीकत यह है कि इसे घर के अंदर भी लगाना चाहिए क्योंकि यूवी किरणें खिड़की या दरवाजे से होकर भी आपकी त्वचा तक पहुंच सकती हैं।
इसलिए सनस्क्रीन का नियमित उपयोग आपकी त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाने में मदद करता है और उम्र बढ़ने के लक्षणों को कम करता है।