गर्मियों में त्वचा की करनी है सही देखभाल तो इन भ्रमों पर न करें भरोसा
क्या है खबर?
मौसम में बदलाव होते ही त्वचा की जरूरतें भी बदल जाती है।
अब जब गर्मियों का मौसम दस्तक दे रहा है तो यकीनन आपने भी अपने स्किन केयर रूटीन में कुछ बदलाव करने शुरू कर दिए होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि गर्मियों के स्किन केयर से जुड़े कई ऐसे भ्रम हैं, जिन्हें कई लोग सच मानकर अपनी त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं।
आइए आज उन्हीं भ्रमों और उनकी सच्चाई के बारे में जानते हैं।
#1
भ्रम- गहरे रंग वाले लोगों को सन प्रोटेक्शन की जरूरत नहीं होती
यह सबसे आम भ्रम है कि गहरे रंग वाले लोगों को सन प्रोटेक्शन की जरूरत नहीं होती, लेकिन ऐसा नहीं है।
सच बात तो यह है कि त्वचा का रंग भले ही कुछ भी हो, हर किसी के लिए सन प्रोटेक्शन जरूर है क्योंकि सूरज की हानिकारक UV किरणें सभी रंग की त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
इसलिए गहरे रंग वाले लोग भी घर से बाहर निकलने से पहले अपनी त्वचा पर सनस्क्रीन जरूर लगाएं।
#2
भ्रम- सनस्क्रीन के साथ मॉइस्चराइजर लगाने से पूरे दिन की कवरेज और सुरक्षा मिलती है
बहुत से लोगों का ऐसा मानना है कि सनस्क्रीन के साथ मॉइस्चराइजर लगाने से पूरे दिन की कवरेज और सुरक्षा मिलती है, जबकि यह सिर्फ एक भ्रम से ज्यादा कुछ नहीं है।
सनस्क्रीन और फाउंडेशन का हमेशा अलग-अलग इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि दोनों उत्पादों का साथ में इस्तेमाल करने से त्वचा को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इसलिए बेहतर होगा कि आप अवसर के हिसाब से दोनों उत्पादों का अलग-अलग इस्तेमाल करें।
#3
भ्रम- सनग्लासेस सिर्फ लुक को खूबसूरत बनाने के लिए पहने जाते हैं
अगर आपका मानना यह है कि सनग्लासेस सिर्फ लुक को खूबसूरत बनाने के लिए पहने जाते हैं तो आपके बता दें कि यह सिर्फ आपका एक भ्रम है।
सच बात तो यह है कि जिस तरह से सनस्क्रीन सूरज की हानिकारक UV किरणों से त्वचा को सुरक्षित रखने में मदद करती है, ठीक उसी तरह से सनग्लासेस UV किरणों से आंखों को बचाकर रखने में मदद करते हैं।
इसलिए सनग्लासेस सिर्फ फैशन का एक हिस्सा मानना गलत है।
#4
भ्रम- जब मौसम ठीक हो तो सनस्क्रीन लगाना जरूरी नहीं है
शायद यह सबसे आम भ्रम है कि अगर मौसम ठीक हो तो सनस्क्रीन लगाने की जरूरत नहीं होती है क्योंकि लोगों के मुताबिक जब बहुत तेज धूप हो तब ही सनस्क्रीन लगाना बेहतर होता है, जबकि ऐसा कुछ नहीं है।
मौसम के ठीक रहने पर भी सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि जब भी शरीर सूरज की रोशनी के संपर्क में आता है तो वह UV किरणों के संपर्क में होता है, जिससे सनस्क्रीन सुरक्षित रख सकती है।