भारत में ही मिलते हैं ये 5 दुर्लभ फल, इनका स्वाद भी होता है लाजवाब
क्या है खबर?
फल एक स्वस्थ और संतुलित डाइट का अहम हिस्सा होते हैं, जो पोषण का भंडार होते हैं। फलों के सेवन से शरीर को फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन जैसे कई पोषक तत्व मिल सकते हैं।
केले, संतरे और तरबूज आदि जैसे फल तो हम सभी खाते हैं। हालांकि, भारत में कुछ अनोखे और दुर्लभ फल भी पाए जाते हैं, जो काफी कम देशों में उगते हैं।
आइए ऐसे ही 5 स्वादिष्ट फलों के बारे में जानते हैं।
#1
मैंगोस्टीन
मैंगोस्टीन नीलगिरि पहाड़ियों, कन्याकुमारी और केरल जैसे दक्षिण भारतीय इलाकों में उगने वाला फल है। यह एक खुशबूदार ट्रॉपिकल फल है, जिसका छिलका बैंगनी रंग का होता है।
इस फल का अंदरूनी हिस्सा सफेद रंग का होता है, जिसका स्वाद आम जैसा होता है। यह फल 18वीं सदी से भारत में उगाया जा रहा है।
हालांकि, इसे थाईलैंड का राष्ट्रिय फल माना जाता है। मैंगोस्टीन में फाइबर, मैग्नेशियम और कॉपर जैसे तत्व पाए जाते हैं।
#2
अमरक
सभी ने बचपन में स्कूल के बाहर अमरक जरूर खाया होगा, जिसे स्टार फ्रूट भी कहते हैं। यह फल भारत के सभी हिस्सों में उगता है और हमारा देश इसका सबसे बड़ा उत्पादक है।
जब इस फल को काटा जाता है तो यह किसी सितारे की तरह नजर आता है। अमरक का स्वाद बेहद खट्टा होता है और इसका रंग पीला या हरा होता है।
यह फल विटामिन-C, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्त्रोत होता है।
#3
बुशुकान
बुशुकान इतना दुर्लभ फल है कि आपने पहले कभी इसका नाम भी नहीं सुना होगा। इसे बुद्धा हैंड फल या फिंगर्ड सिट्रोन नामों से भी जाना जाता है।
यह एक तरह का खट्टा फल होता है, जो देखने में किसी के हाथ जैसा लगता है। इस फल के अंदर कोई रस नहीं होता है, इसीलिए इसे काट के ही खाया जाता है।
इसे भारत के पूर्वोत्तर भाग में उगाया जाता है और इसका स्वाद हल्का कड़वा भी होता है।
#4
जंगल जलेबी
जंगल जलेबी एक कम लोकप्रिय फल है, जिसे मद्रासी इमली या मद्रासी थॉर्न भी कहते हैं। इसका आकार जलेबी की तरह घुमावदार और गोल होता है, इसीलिए इसे जंगल जलेबी कहते हैं।
जंगल जलेबी अंदर से सफेद और ऊपर से हरी होती हो, जो पकने के बाद लाल या गुलाबी रंग की हो जाती है। इसका स्वाद मीठा होता है और यह अप्रैल-मई में उगती है।
इसे खान-पान में शामिल करके आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं।
#5
करौंदा
करौंदा एक तरह की बेरी होती है, जिसका आकार छोटा होता है और रंग गुलाबी, लाल या बैंगनी होता है। इस फल का स्वाद हल्का खट्टा होता है, लेकिन जैसे-जैसे यह पकता जाता है, इसकी मिठास बढ़ती जाती है।
इसे बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में उगाया जाता है। इस फल को डाइट में शामिल करने से मधुमेह के इलाज में भी मदद मिल सकती है।