मौसंबी फल स्वास्थ्य के लिए है बेहद लाभदायक, रोजाना करें इसका सेवन
मौसंबी का साइंटिफिक नाम साइट्रस लिमेटा है और यह नींबू की प्रजाति का फल है। स्वाद में यह खट्ठा-मीठा और रसीला होता है। इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, फाइबर और प्रोटीन जैसे आवश्यक पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माने जाते हैं। मौसंबी के स्वाद और गुणों के कारण ज्यादातर लोग इस फल को खाना और इसके जूस को पीना पसंद करते हैं। आइए आज इस फल के पांच गुण जानते हैं।
पाचन स्वास्थ्य में करे सुधार
मौसंबी में फ्लेवोनोइड्स की मात्रा ज्यादा होने की वजह से यह डायजेस्टिव जूस, पित्त और एसिड के स्राव को बढ़ाता है जो पाचन तंत्र को तेज करने में मदद करता है। इसके अलावा रोजाना मौसंबी का जूस पीने से अपच की समस्या, अनियमित मल त्याग और कब्ज को रोकने में मदद मिलती है। यह पेट से उत्पादित एसिड डायजेस्टिव जूस को खत्म करता है और दस्त, उल्टी और मतली को भी ठीक करता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में है मददगार
मौसंबी फल में मौजूद विटामिन सी और अन्य जरूरी एंटीऑक्सीडेंट की सामग्री प्रतिरक्षा प्रणली में सुधार करने में मदद करती है। यह फल हानिकारक संक्रमणों के खिलाफ शरीर को स्वस्थ बनाने में काफी सहायक भी है। इसके सेवन से ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है, जिसकी वजह से प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत रहती है। साथ ही अन्य फलों की तरह मौसंबी में विटामिन सी होता है जो आपके शरीर को खांसी, सर्दी, बुखार और बैक्टीरियल संक्रमण से बचाता है।
बाल और त्वचा के लिए बेहद लाभदायक
मौसंबी के सेवन से त्वचा मुलायम रहती है और यह रंग को निखारने में भी मदद करता है। इसमें मौजूद विटामिन सी आपकी त्वचा के दाग-धब्बे, मुहांसे और पिगमेंटेशन को कम करते हैं। पिंपल्स कम करने के लिए आप मौसंबी के छिलके को पीसकर अपनी त्वचा पर लगा सकते हैं। वहीं इसके सेवन से डैंड्रफ और दोमुंहे बाल का भी इलाज किया जाता है। यह आपके बालों की जड़ों को नमी देता है और उन्हें स्वस्थ बनाता है।
हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक
मौसंबी के सेवन से ब्लड प्रेशर को कम करने और हृदय से जुड़े रोगों को दूर रखने में मदद मिलती है। नियमित रूप से मौसंबी के फल खाने से या इसका रस पीने से आपका दिल स्वस्थ रहता है, साथ ही किडनी की पथरी को भी रोकता है। इसके अलावा यह फल आपके आंतों के अस्तर को शांत करने में मदद करता है।
यूरिक एसिड को कम करे
मौसंबी का सेवन करने से शरीर में बढ़ने वाले यूरिक एसिड को कम किया जा सकता है। इससे आपके पेट के निचले हिस्से में दर्द कम होता है और शौच के समय जलन या दर्द जैसी परेशानियों से भी निजात मिलता है। इसमें मौजूद पोटैशियम किडनी और ब्लैडर में मौजूद वात, पित्त रस को ऑक्सीडाइज करता है और यूरिनरी ब्लैडर में होने वाले संक्रमण से भी बचाता है।