भारतीय सेना में पहली बार यूनिट कमांड कर सकेंगी महिलाएं, पदोन्नति की प्रक्रिया जारी
भारतीय सेना में महिला अधिकारियों को लेफ्टिनेंट कर्नल से कर्नल के पद पर पदोन्नत करने की प्रक्रिया चल रही है। 108 महिला लेफ्टिनेंट कर्नल को कर्नल के पद पर पदोन्नत किया जाएगा और ये पहली बार किसी यूनिट को कमांड कर सकेंगी। 108 पदों पर पदोन्नति के लिए 244 महिला अधिकारियों पर विचार चल रहा है और इनमें से 80 चुन ली गई हैं। ये अधिकारी 1992-2006 बैच की हैं और अलग-अलग सैन्य सेवाओं में तैनात हैं।
9 जनवरी से शुरू हुई थी प्रक्रिया
पदोन्नति की यह प्रक्रिया सेना मुख्यालय पर 9 जनवरी से शुरू हुई थी और 22 जनवरी तक चलेगी। पदोन्नत होने वाली महिला अधिकारियों को अलग-अलग कमांड पोस्ट दी जाएंगी। माना जा रहा है कि कुछ अधिकारियों को इस महीने के आखिर तक नए पद पर तैनात किया जा सकता है। अभी ये महिला सेना में इंजीनियर्स, सिग्नल, आर्मी एयर डिफेंस, इंटेलीजेंट कोर, आर्मी सर्विस कोर, आर्मी ऑर्डिनेंस कोर आदि सेवाओं में तैनात हैं।
इंजीनियरिंग कोर में सबसे ज्यादा रिक्तियां
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इंजीनियर कोर में सबसे ज्यादा 28 रिक्तियां हैं और इसके लिए 65 महिला कर्नलों के नाम पर विचार किया जा रहा है। इसके बाद आर्मी ऑर्डिनेंस कोर और इलेक्ट्रिक एंड मैकेनिकल इंजीनियरिंग में क्रमश: 19 और 21 रिक्तियां हैं और इनके लिए 47 लेफ्टिनेंट कर्नलों के नाम पर विचार चल रहा है। सैन्य अधिकारियों को कहना है कि सेना में महिला अधिकारियों को पुरुषों के समान लाने के लिए यह कदम उठाया गया है।
पुरुषों के बराबर मौके देने के लिए उठाया गया कदम- सूत्र
सेना के सूत्रों ने बताया कि महिलाओं को बराबर मौके देने के लिए भारतीय सेना ने महिला अधिकारियों को पुरुष समकक्षों के समान स्थायी कमीशन दिया है। इससे महिला अधिकारी पुरुषों के बराबर ऊंची रैंक पर और जिम्मेदारी के साथ चुनौतीपूर्ण नेतृत्व भूमिका को तैयार हो सकेंगी। अभी जिन महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन दिया गया है, उनकी ट्रेनिंग चल ही रही हैं। 10 साल की नौकरी के बाद महिलाएं परमानेंट कमीशन ले सकती हैं।
महिला अधिकारियों ने किया फैसले का स्वागत
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए एक महिला सैन्य अधिकारी ने कहा कि यह कदम देरी से उठाया गया है, लेकिन उन्हें खुशी है कि आखिरकार ऐसा हो रहा है। उन्होंने कहा, "भले ही देरी से, लेकिन यह देखकर अच्छा लगता है कि हमारी मेहनत और दृढ़ता रंग ला रही है। इस दिन के लिए लंबा इंतजार किया है।" बता दें कि पदोन्नति की प्रक्रिया की पारदर्शिता को सुनिश्चित करने के लिए 60 महिला अधिकारियों को ऑब्जर्वर बनाया गया है।
कॉम्बैट यूनिट में नहीं होती महिलाओं की तैनाती
भारतीय सेना में महिला अधिकारियों को इन्फैंट्री, मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री और आर्म्ड कोर जैसी कॉम्बैट सेवाओं में तैनात नहीं किया जाता है। हालांकि, सेना ने हाल ही में महिलाओं को आर्टिलरी कोर में शामिल करने का फैसला किया है। इस संबंध में प्रस्ताव को मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजा गया है। बता दें कि महिलाएं अलग-अलग एविएशन यूनिट में तैनात हैं और कुछ समय पहले ही सेना पुलिस के दरवाजे भी महिलाओं के खोले गए थे।