कनाडा से हरदीप सिंह निज्जर का मृत्यु प्रमाण पत्र क्यों मांग रहा है भारत?
खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर को लेकर भारत और कनाडा एक बार फिर आमने-सामने हैं। ताजा विवाद निज्जर के मृत्यु प्रमाण पत्र को लेकर है। दरअसल, खबर है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने कनाडा से निज्जर का मृत्यु प्रमाण पत्र मांगा है। हालांकि, कनाडा ने अभी तक प्रमाण पत्र नहीं दिया है और NIA से इसे मांगने की वजह पूछी है। आइए जानते हैं भारत क्यों निज्जर का मृत्यु प्रमाण पत्र चाहता है।
कनाडा ने पूछी प्रमाण पत्र मांगने की वजह
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, NIA ने रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) से कथित तौर पर करीब 6 महीने पहले निज्जर का मृत्यु प्रमाण पत्र मांगा था। एक अधिकारी ने अखबार से कहा, "कनाडा ने अभी तक निज्जर का मृत्यु प्रमाण पत्र साझा नहीं किया है और एजेंसी से दस्तावेज मांगने का कारण पूछा है। मृत्यु प्रमाण पत्र साझा करने के बजाय उन्होंने हमसे पूछा कि आपको इसकी जरूरत क्यों है।"
निज्जर का मृत्यु प्रमाण पत्र क्यों चाहता है भारत?
अधिकारी के मुताबिक, NIA ने निज्जर के खिलाफ लंबित कई मामलों में कोर्ट में पेश करने के लिए कनाडा से मृत्यु प्रमाण पत्र मांगा था। इंडियन एक्सप्रेस से एक अधिकारी ने कहा, "NIA के पास 2 मामले दर्ज हैं, जिनमें निज्जर को आरोपी है। NIA को दिल्ली की एक अदालत में निज्जर का मृत्यु प्रमाण पत्र पेश करने की आवश्यकता है। इसीलिए अधिकारियों ने म्युचुअल लीगल असिस्टेंस ट्रीटी के तहत कनाडा से मृत्यु प्रमाण पत्र साझा करने को कहा है।"
निज्जर पर NIA ने क्या आरोप लगाए हैं?
2021 में जालंधर में एक हिंदू पुजारी पर हमला हुआ था। इस संबंध में NIA ने निज्जर पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। NIA का कहना था कि निज्जर ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ और आपत्तिजनक सामग्री साझा की थी। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, NIA ने कहा, "सबूतों से पता चलता है कि वह देशद्रोह और विद्रोही आरोपों को बढ़ावा देने में शामिल है और विभिन्न समुदायों के बीच वैमनस्य पैदा करने का प्रयास कर रहा है।"
निज्जर की हत्या को लेकर क्या है विवाद?
18 जून, 2023 को कनाडा में एक गुरुद्वारे के बाहर खालिस्तानी आतंकवादी निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। ट्रूडो ने इसका आरोप भारत पर लगाया था। सितंबर, 2023 में संसद में बोलते हुए ट्रूडो ने कहा था कि कनाडा सरकार भारतीय अधिकारियों और निज्जर की हत्या के बीच संबंधों पर 'विश्वसनीय आरोपों' की जांच कर रही है। भारत ने ट्रूडो के आरोपों को 'बेतुका' और 'प्रेरित' बताते हुए खारिज कर दिया था।
कौन था निज्जर?
निज्जर मूल रूप से पंजाब के जालंधर के भर सिंह पुरा गांव का रहने वाला था। कनाडा जाने के बाद उसने कथित तौर पर प्लंबर का काम भी किया था। इसके बाद वह खालिस्तानियों के संपर्क में आ गया और धीरे-धीरे उसने कनाडा में खालिस्तान समर्थकों और नेताओं के बीच अपनी पैठ मजबूत कर ली। NIA ने निज्जर पर 10 लाख रुपये का इनाम रखा था। उसके आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) से भी संबंध थे।