लश्कर-ए-तैयबा ने कराए थे राजौरी और पुंछ में हुए आतंकी हमले, NIA की जांच में खुलासा
जम्मू-कश्मीर के राजौरी और पुंछ में हुए 2 आतंकी हमलों में पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का हाथ था। यह खुलासा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की जांच में हुआ है। NIA को इन दोनों मामलों में आरोपियों के खिलाफ ठोस सबूत मिले हैं। NIA का कहना है कि हमलावरों को स्थानीय लोगों से मदद मिली थी। बता दें कि पहला हमला राजौरी में जनवरी में और दूसरा हमला पुंछ में अप्रैल में हुआ था।
NIA की जांच में क्या आया सामने?
जांच एजेंसी ने सितंबर में पुंछ से 2 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनका नाम निसार अहमद और मुश्ताक हुसैन है। दोनों पुंछ के निवासी हैं। आरोप है कि इन्होंने ढांगरी गांव में हुए धमाके में शामिल आतंकियों को पनाह दी थी। पूछताछ में निसार ने कबूला कि लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर कतल सिंधी ने उनसे आतंकियों को शरण देने को कहा था। इसके बदले उसे 75,000 रुपये दिए गए थे। निसार आतंकियों को अपने घर का खाना भी पहुंचाता था।
क्या थे हमले?
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, 1 जनवरी को रात में राजौरी के ढांगरी गांव में पहला हमला हुआ था, जिसमें 7 लोगों की मौत और कई घायल हुए थे। मामला NIA ने अपने हाथ में लिया था। धमाके के लिए गांव के घर में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) लगाया गया था, ताकि सेना के अधिकारी इसका शिकार बनें। दूसरा हमला अप्रैल में पुंछ में सेना के काफिले पर हुआ। इस हमले का मुख्य साजिशकर्ता लश्कर का कतल सिंधी था।