कौन था अवतार सिंह खांडा? बम बनाने में माहिर, कई खालिस्तानी संगठनों का सदस्य रहा
खालिस्तानी समर्थक और अमृतपाल सिंह के करीबी अवतार सिंह खांडा की लंदन में मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, खांडा ब्लड कैंसर से पीड़ित था और उसे 15 दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कनाडा के लेखक गुरप्रीत सिंह सहोता ने खांडा की मौत की पुष्टि की है। खांडा को 19 मार्च को लंदन के भारतीय उच्चायोग में हुई हिंसा और तिरंगे के अपमान के लिए हुए प्रदर्शन का सूत्रधार बताया जाता है। जानते हैं खांडा कौन था।
पंजाब के मोगा में हुआ था जन्म
खांडा का जन्म पंजाब के मोगा में हुआ था। इसी गांव में जरनैल सिंह भिंडरावाले का भी जन्म हुआ था। खांडा का पूरा परिवार खालिस्तान आंदोलन से जुड़ा रहा है। खांडा को खालिस्तानी आतंकवादियों जगतार सिंह तारा और परमजीत सिंह पम्मा के साथ करीबी संबंधों के लिए जाना जाता है। ये दोनों खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) के सक्रिय सदस्य थे। खांडा का परिवार अब भी मोगा में ही रहता है। उसकी माता चरनजीत कौर एक स्कूल में शिक्षक हैं।
पिता और चाचा का हुआ था एनकाउंटर
खांडा के पिता और चाचा दोनों ही खालिस्तानी फोर्स के सक्रिय सदस्य थे और मामा गुरजंत सिंह बुधसिंहवाला खालिस्तान लिबरेशन फोर्स का प्रमुख था। 1988 में खांडा के चाचा बलवंत सिंह खुकराना को एनकाउंटर में मार दिया गया था। 3 मार्च, 1991 को खांडा के पिता का भी सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर कर दिया था। जम्मू और कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के महबूब अली के साथ भी खांडा के संबंध बताए जाते हैं।
पढ़ाई के लिए गया था ब्रिटेन
खांडा 22 साल की उम्र में पढ़ाई के लिए ब्रिटेन गया था। यहां वह खालिस्तानियों के संपर्क में आकर खालिस्तानी समूहों का सदस्य बन गया। बाद में खांडा अकाली दल (मान) संगठन से जुड़ गया। इस संगठन से जुड़ने के कुछ दिनों बाद ही वह युवा विंग का उपाध्यक्ष बन गया। इसके अलावा खांडा खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा, दल खालसा, वारिस पंजाब दे और आनंदपुर खालसा फोर्स (AKF) के साथ भी जुड़ा रहा।
अमृतपाल सिंह के पीछे खांडा का हाथ
'वारिस पंजाब दे' संगठन के मुखिया अमृतपाल सिंह को खड़ा करने के पीछे भी खांडा का हाथा माना जाता है। अमृतपाल को पुलिस से 37 दिनों तक छिपाए रखने में खांडा ने मदद की थी। अमृतपाल पर कार्रवाई के दौरान पुलिस को AKF लिखे जैकेट्स और कई हथियार बरामद हुए थे। खांडा को बम बनाने का विशेषज्ञ माना जाता है। उस पर ब्रिटेन में गुरुद्वारों में IED बम बनाने का प्रशिक्षण देने का भी आरोप लगा था।
क्या है लंदन में भारतीय उच्चायोग पर प्रदर्शन का मामला?
अमृतपाल और उसके संगठन के खिलाफ भारत में हुई कार्रवाई के विरोध में 19 मार्च को लंदन में खालिस्तान समर्थकों ने भारतीय उच्चायोग के सामने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया था। इस दौरान उच्चायोग की इमारत पर लगे तिरंगे को उतारने की कोशिश की गई थी। इस मामले में भारत सरकार ने ब्रिटेन से सख्त कार्रवाई करने की बात कही थी। बाद में मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी गई थी।