कोरोना संक्रमितों को कौन सी दवा देनी चाहिए? सरकार ने सुझाए नाम
देश कुछ हफ्तों से कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। इन दिनों बड़ी संख्या में लोग संक्रमित पाए जा रहे हैं। कई राज्यों की सरकारों ने बिना लक्षण या हल्के लक्षण वाले कोरोना संक्रमितों को होम क्वारंटाइन होकर ऐहतियात बरतने को कहा है। इसी बीच भारत सरकार ने मंगलवार टाटा मेमोरियल अस्पताल के निदेशक डॉ सीएस प्रमेश के सुझाव साझा किए हैं कि संक्रमित मरीजों को कौन सी दवाएं लेनी चाहिए।
कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में कौन सी दवाएं मदद करती हैं?
डॉ प्रमेश ने बताया कि बहुत कम दवाएं हैं, जो कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मदद करती हैं। अगर सैचुरेशन कम है तो ऑक्सीजन और हल्की से लेकर गंभीर बीमारी में स्टेरॉयड (Dexamethasone) काम आ सकती है।
अगर आप संक्रमित हैं तो कौन सी दवा लेनी चाहिए?
डॉ प्रमेश ने बताया कि अगर किसी संक्रमित व्यक्ति का ऑक्सीजन सैचुरेशन ठीक है और कोई बुखार के अलावा कोई लक्षण नहीं हैं तो उन्हें Paracetamol लेनी चाहिए। कुछ डाटा से पता चला है कि Budesonide को इनहेल करने से जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है, लेकिन यह मृत्युदर नहीं घटाती। डॉ प्रमेश ने बताया कि Favipiravir/Ivermectin जैसे दवाएं फायदा नहीं करती। इसलिए इन्हें खरीदने में पैसा और समय बर्बाद न करें।
Remdesivir और Tocilizumab के बारे में क्या कहा गया है?
सरकार द्वारा साझा किए सुझाव में डॉ प्रमेश ने बताया है कि रेमडेसिवीर (Remdesivir) सभी मरीजों के लिए फायदेमंद नहीं है। इसकी जरूरत केवल उन्हीं लोगों को पड़ती है, जिन्हें ऑक्सीजन की जरूरत है और वेंटिलेटर पर नहीं रखा गया है। यहां भी यह मृत्युदर नहीं घटाती। केवल जल्दी ठीक होने में मदद करती है। Tocilizumab भी केवल उन मरीजों को चाहिए, जिन्हें लगातार ऑक्सीजन का बढ़ता स्तर चाहिए या जिनको सांस लेने में लगातार परेशानी हो रही है।
क्या प्लाज्मा थैरेपी काम आएगी?
डॉ प्रमेश ने बताया कि इस बात के भी सबूत नहीं है कि कोन्वालेसेंट प्लाज्मा से फायदा होता है। अभी तक के अध्ययनों में पता चला है कि इसका कोई फायदा नहीं होता है।
"दवाएं लिखने को लेकर डॉक्टरों पर न बनाएं दबाव"
MyGov के ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में डॉ प्रमेश ने कोरोना संक्रमितों से दवाओं के लिए डॉक्टरों पर दबाव न बनाने की भी अपील की है। उन्होंने कहा कि कृप्या डॉक्टर को फैसला लेने दें कि कब Remdesivir/Tocilizumab की जरूरत पड़ेगी। कुछ ही स्थितियों में ये दवाएं फायदा पहुंचाती हैं और डॉक्टरों पर ये दवाएं लिखवाने के लिए दबाव न बनाए। आज दवाओं की कमी इसलिए हैं क्योंकि बिना जरूरत लोगों ने ये दवाएं ली हैं।
देश में क्या है संक्रमण की स्थिति?
भारत में बीते दिन कोरोना के 2,95,041 नए मामले सामने आए और 2,023 मरीजों की मौत हुई। ये देश में एक दिन में सामने आए सबसे ज्यादा मामले और मौतें हैं। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,56,16,130 हो गई है। इनमें से 21,57,538 सक्रिय मामले हैं और 1,82,553 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। अमेरिका के बाद भारत दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश है।