सिंघु बॉर्डर पर पिटाई कर मजदूर की टांग तोड़ी, आरोपी निहंग गिरफ्तार
सिंघु बॉर्डर पर एक मजदूर की पिटाई के आरोप में निहंग को गिरफ्तार किया गया है। सिंघु हरियाणा और दिल्ली के बॉर्डर पर स्थित है और यहां पिछले कुछ महीनों से किसानों का आंदोलन चल रहा है। आरोप है कि आरोपी निहंग ने मनोज पासवान नामक मजदूर से कथित तौर पर मुफ्त में मुर्गा मांगा था। जब उन्होंने देने से मना कर दिया तो निहंग ने उनकी पिटाई करते हुए टांग तोड़ दी। आरोपी गिफ्तार हो चुका है।
पोल्ट्री फार्म में काम करते हैं पासवान
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मनोज पासवान बिहार के रहने वाले हैं और पिछले कई सालों से पोल्ट्री फार्म में मजदूरी करते हैं। गुरुवार को जब वो अपने रिक्शे से मुर्गे लेकर गुजर रहे थे, तभी निहंग ने उनका रास्ता रोका और मुफ्त में मुर्गा मांगा। जब पासवान ने इससे इनकार किया तो निहंग ने गुस्से में आकर उनकी पिटाई कर दी। पिटाई में उनकी टांग टूट गई और पुलिस ने उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया।
हरियाणा का रहने वाला है आरोपी
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन के लिए बने मुख्य मंच के पीछे पासवान की पिटाई की थी। आरोपी हरियाणा के करनाल का रहने वाला बताया जा रहा है।
कुछ दिन पहले सिंघु बॉर्डर पर हुई थी हत्या
निहंग सिखों के कारण पिछले सप्ताह भी सिंघु बॉर्डर सुर्खियों में रही थी। दरअसल, बीते शुक्रवार को निहंग सिखों ने सिंघु बॉर्डर के पास किसानों के प्रदर्शन स्थल पर एक शख्स की नृशंस हत्या कर दी थी। आरोपियों का कहना था कि मृतक को पवित्र ग्रंथ का 'अपमान' करने की 'सजा' दी थी और उन्हें इसका कोई अफसोस नहीं है। इस मामले में कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है।
तरनतारन जिले का रहने वाला था मृतक
संयुक्त किसान मोर्चा के अनुसार, मृतक का नाम लखबीर सिंह था और वह पंजाब के तरनतारन जिले का रहने वाला था। लखबीर तीन दिन पहले ही सिंघु बॉर्डर आया था और बॉर्डर के सबसे पास स्थित निहंग कैंप में ही रह रहा था। घटना शुक्रवार सुबह लगभग 3 बजे के करीब हुई, जब लखबीर के पास सिखों का पवित्र सरबलोह ग्रंथ पाया गया। मौके पर मौजूद एक निहंग सिख ने उससे पूछा कि उसके पास ये ग्रंथ क्यों है?
ग्रंथ के अपमान की आशंका पर निहंगों ने की हत्या
जल्द ही मौके पर अन्य निहंग जमा हो गए और उन्हें शक हुआ कि लखबीर ने सरबलोह ग्रंथ का अपमान किया है। इसके बाद उन्होंने हंगामा कर दिया जिसके परिणामस्वरूप हिंसा हुई। हिंसा में पहले तो निहंगों ने लखबीर को मारा-पीटा और फिर उसके बाएं हाथ की कलाई काट दी। उसके पैरों को भी तोड़ दिया गया। बाद में घायल अवस्था में लखबीर को बैरिकेड पर लटका दिया, जिसकी थोड़ी देर में मौत हो गई।