कोरोना वायरस: उत्तर प्रदेश सरकार ने किया वीकेंड लॉकडाउन का ऐलान, नाइट कर्फ्यू भी रहेगा जारी
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस महामारी को काबू में करने के लिए राज्य में वीकेंड लॉकडाउन लगाने का ऐलान किया है। यह लॉकडाउन हर शुक्रवार रात 8 बजे से शुरू होगा और सोमवार सुबह 7 बजे तक लागू रहेगा। इस दौरान केवल आवश्यक गतिविधियों की इजाजत होगी।
उत्तर प्रदेश गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश के अवस्थी ने आज इस फैसली की जानकारी दी। उन्होंने सभी जिलों में नाइट कर्फ्यू जारी रहने की घोषण भी की।
पाबंदियां
रविवार को पहले से ही था लॉकडाउन, नाइट कर्फ्यू भी पहले से लागू
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले हफ्ते ही कोरोना वायरस के मामलों को काबू में करने के लिए राज्य में हर रविवार को लॉकडाउन का ऐलान किया था। अब शनिवार को भी इसमें शामिल करके इसे वीकेंड लॉकडाउन का रूप दे दिया गया है।
इसके अलावा राज्य में नाइट कर्फ्यू भी पहले से लागू है और 10 सबसे अधिक प्रभावित जिलों में यह रात 8 बजे से सुबह 9 बजे तक लागू रहता है।
जानकारी
मास्क न पहनने पर लगने वाला जुर्माना भी बढ़ाया गया
इसके अलावा सरकार ने मास्क न पहनने वाले लोगों पर 1,000 रुपये का जुर्माना लगाने का फैसला किया है। वहीं अगर कोई व्यक्ति दूसरी बार मास्क पहनने के नियम को तोड़ता है तो उस पर 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
कोरोना का कहर
उत्तर प्रदेश में संक्रमण की क्या स्थिति?
देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में सोमवार को कोरोना के 28,287 नए मामले सामने आए, जो सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र के बाद सबसे ज्यादा हैं।
इसके अलावा 167 मौतें हुईं, जो महामारी की शुरुआत के बाद से राज्य में एक दिन में हुई सबसे ज्यादा मौतें हैं।
इसी के साथ यहां कुल संक्रमितों की संख्या 8,79,831 हो गई है। इनमें से 2,08,523 सक्रिय मामले हैं और 9,997 लोगों की मौत हुई है।
चिंताजनक स्थिति
तीन हफ्तों में 21 गुना बढ़े सक्रिय मामले
उत्तर प्रदेश में संक्रमण की रफ्तार का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बीते तीन हफ्तो में यहां सक्रिय मामलों की संख्या 21 गुना बढ़ गई है।
राज्य में फिलहाल जितने सक्रिय मामले हैं, वो पिछले साल सितंबर में पहली लहर की पीक के दौरान रही संख्या से तीन गुना ज्यादा है।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, बीते पांच दिनों में ही राज्य में सक्रिय मामलों का आंकड़ा एक लाख बढ़ा है।
जिलों की स्थिति
अकेले लखनऊ में 50,000 से अधिक सक्रिय मामले
राज्य में 1 अप्रैल को मात्र 11,918 सक्रिय मामले थे जो अब बढ़कर 2.08 लाख हो गए हैं। राजधानी लखनऊ में 50,000, वाराणसी में 16,000, प्रयागराज में लगभग 16,000 और कानपुर नगर में 12,000 से अधिक सक्रिय मामले हैं।
बढ़ते सक्रिय मामलों के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था पर बोझ बढ़ने लगता है और यहां कई जिलों में इंतजाम कम पड़ने लगे हैं।
राज्य में 97,580 कोरोना मरीज सरकारी और 4,100 मरीज निजी अस्पतालों में भर्ती हैं।