नागपुर: नितिन गडकरी को मिली जान से मारने की धमकी, कड़ी की गई सुरक्षा
क्या है खबर?
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को जान से मारने और उनके कार्यालय को उड़ाने की धमकी मिली है। धमकी देने वाले ने गडकरी के नागपुर स्थित कार्यालय में शनिवार सुबह 11:25, 11:32 और 12:32 बजे फोन कर धमकी दी।
गडकरी के जनसंपर्क कार्यालय के लैंडलाइन फोन पर आई कॉल्स में खुद को 'दाऊद' बताने वाले किसी शख्स ने केंद्रीय मंत्री को जान से मारने की धमकी दी है। कॉल करने वाले शख्स ने 100 करोड़ रुपये की फिरौती भी मांगी है।
जानकारी
बढ़ाई गई गडकरी की सुरक्षा
नागपुर के DCP राहुल मदाने ने बताया कि तीन फोन कॉल्स आई थी। इनकी जानकारी जुटाई जा रही है और क्राइम ब्रांच कॉल डिटेल रिकॉर्ड देख रही है।
इस घटना के बाद केंद्रीय मंत्री गडकरी की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मदाने ने बताया कि उनकी मौजूदा सुरक्षा को और मजबूत किया जा रहा है। जहां उनके कार्यक्रम हैं, उन स्थलों की भी सुरक्षा बढ़ाई जा रही है।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी कार्यालय के पास मौजूद हैं।
जांच
महाराष्ट्र ATS ने भी शुरू की जांच
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गडकरी के जनसंपर्क कार्यालय पर चार टेलीफोन लगे हैं। इन पर सुबह से तीन बार धमकी भरी फोन कॉल्स आ चुकी है।
नागपुर पुलिस के साथ-साथ महाराष्ट्र एंटी टेरर स्क्वॉड (ATS) भी मामले की छानबीन में जुट गई है। 26 जनवरी को देखते हुए असमाजिक तत्वों या आतंकी संगठनों की तरफ से हमलों की आशंका रहती है। ऐसे में पुलिस किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरतना चाहती।
जानकारी
RSS के करीबी माने जाते हैं गडकरी
नितिन गडकरी का जन्म 27 मई, 1957 को नागपुर के एक महाराष्ट्रियन परिवार में हुआ था। महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके गडकरी फिलहाल मोदी सरकार में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे हैं।
उनके कार्यकाल में सड़कों और राजमार्गों के काम के लिए उनकी तारीफ होती है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के करीबी माने जाने वाले गडकरी भाजपा अध्यक्ष की कुर्सी भी संभाल चुके हैं और फिलहाल नागपुर से सांसद है।
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पिछले महीने शरद पवार को मिली थी धमकी
बीते महीने वरिष्ठ नेता और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार को एक बार फिर जान से मारने की धमकी मिली थी। आरोपी इससे पहले भी कई बार पवार के बंगले पर फोन कर धमकी दे चुका था।
इसे लेकर पुलिस ने उसे समझाया और ऐसा न करने की सलाह दी। इसके बाद भी वह नहीं माना और धमकियां देनी जारी रखी। इसके बाद मुंबई पुलिस की टीम ने बिहार जाकर उसे गिरफ्तार कर लिया।