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    #NewsBytesExplainer: लैंगिक रूढ़िवादिता से निपटने के लिए लाई गई सुप्रीम कोर्ट की पुस्तिका में क्या है? 
    सुप्रीम कोर्ट ने लैंगिक रूढ़िवादिता से निपटने के लिए जारी की पुस्तिका

    #NewsBytesExplainer: लैंगिक रूढ़िवादिता से निपटने के लिए लाई गई सुप्रीम कोर्ट की पुस्तिका में क्या है? 

    लेखन सकुल गर्ग
    Aug 16, 2023
    06:57 pm

    क्या है खबर?

    सुप्रीम कोर्ट ने कोर्ट की कार्यवाही में लैंगिक रूढ़िवादिता से भरे शब्दों और वाक्यांशों के उपयोग को पहचानने और हटाने के लिए एक पुस्तिका तैयार की है।

    भारत के मुख्य न्यायधीश (CJI) जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने बुधवार को 'हैंडबुक ऑन कॉम्बैटिंग जेंडर स्टीरियोटाइप' शीर्षक वाली पुस्तिका जारी की।

    इस पुस्तिका में शब्दों की एक सूची शामिल है और उनके विकल्प के तौर पर वैकल्पिक शब्दों और वाक्यांशों का सुझाव दिया गया है।

    आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

    उद्देश्य 

    क्या है पुस्तिका का मुख्य उद्देश्य? 

    सुप्रीम कोर्ट ने यह पुस्तिका 3 मुख्य उद्देश्यों को लेकर जारी की है।

    पहला- यह पुस्तिका जजों को ऐसी भाषा की पहचान करने और उससे बचने में मदद करेगी, जो लैंगिक रूढ़िवादिता को बढ़ावा देती है।

    दूसरा- यह पुस्तिका विशेष रूप से महिलाओं के बारे में लैंगिक रूढ़िवादिता के आधार पर सामान्य तर्क पैटर्न की पहचान करने में मदद करेगी।

    तीसरा- यह पुस्तिका सुप्रीम कोर्ट के ऐसे बाध्यकारी निर्णयों पर प्रकाश डालेगी, जो रूढ़िवादिता को खारिज करते हैं।

    बयान 

    CJI चंद्रचूड़ ने क्या कहा? 

    CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि यह पुस्तिका जजों और वकीलों को कानूनी चर्चा के दौरान महिलाओं के बारे में रूढ़िवादिता को पहचानने, समझने और उसका मुकाबला करने में सहायता करने के लिए तैयार की गई है।

    उन्होंने कहा, "पुस्तिका में लैंगिक तौर पर अन्यायपूर्ण शब्दों की एक शब्दावली शामिल है और इनके वैकल्पिक शब्दों और वाक्यांशों का सुझाव दिया गया है, जिनका उपयोग दलीलों के साथ-साथ आदेशों और फैसलों को सुनाए जाते समय किया जा सकता है।"

    शब्द 

    पुस्तिका में कौन से शब्द हैं शामिल?  

    पुस्तिका में अफेयर, अडल्ट्रेक्स, बास्टर्ड, बायोलॉजिकल सेक्स, चाइल्ड प्राॅस्टिट्यूट, कॉन्क्युबाइन, कीप, अनवेड मदर, प्रॉस्टिट्यूट, हुकर, हाउसवाइफ, गुड वाइफ, फेथफुल वाइफ, ड्यूटीफुल वाइफ और ओबीडियन्ट वाइफ जैसे कई शब्दों को लैंगिक तौर पर रूढ़िवादी बताया गया है।

    CJI ने कहा कि पुस्तिका को ई-फाइलिंग के लिए सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है और कोर्ट की सुनवाई के दौरान जजों और वकीलों द्वारा इसका पालन किया जाएगा।

    शब्द 

    शब्दों के लिए वैकल्पिक शब्द या वाक्यांश हैं?

    पुस्तिका में लैंगिक रूढ़िवादिता से भरे करीब 40 शब्दों की जगह वैकल्पिक शब्द और वाक्यांश दिए गए हैं।

    उदाहरण के तौर पर, अफेयर की जगह शादी के इतर रिश्ता, अनवेड मदर (बिन ब्याही मां) की जगह मां, प्रॉस्टिट्यूट (वैश्या) की जगह सेक्स वर्कर आदि का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया गया है।

    इसके साथ ही गुड वाइफ, फेथफुल वाइफ, ड्यूटीफुल वाइफ और ओबीडियन्ट वाइफ जैसे शब्दों की जगह सिर्फ वाइफ (पत्नी) का उपयोग करने की सलाह दी गई है।

    शब्द 

    किन और शब्दों को लेकर दिए गए सुझाव?

    पुस्तिका में चाइल्ड प्राॅस्टिट्यूट की जगह तस्करी करके लाया गया बच्चा और बास्टर्ड की जगह बिना शादी वाले माता-पिता की संतान का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है।

    इसके अलावा प्रोवोकेटिव क्लोदिंग (भड़काऊ या आपत्तिजनक कपड़े) की जगह सिर्फ क्लोदिंग और ईव टीजिंग की जगह स्ट्रीट सेक्सुअल हैरेसमेंट का उपयोग किया जाना चाहिए।

    कॉन्क्युबाइन या कीप (रखैल) को ऐसी महिला के तौर पर परिभाषित किया गया है, जिसका शादी के इतर किसी अन्य पुरुष से शारीरिक संबंध हो।

    व्याख्या 

    पुस्तिका में यौन अपराधों की पीड़ितों के लिए क्या कहा गया? 

    पुस्तिका में रेप और अन्य यौन अपराधों की शिकार होने वाले पीड़ितों के लिए अलग से व्याख्या की गई है।

    इसमें सर्वाइवर (उत्तरजीवी) और विक्टिम (पीड़ित) शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। इसमें कहा गया है कि हिंसा से प्रभावित व्यक्ति स्वयं की उत्तरजीवी या पीड़ित के रूप में पहचान करवा सकता है।

    पुस्तिका के मुताबिक, व्यक्ति की प्राथमिकता का सम्मान किया जाना चाहिए और उसे वैसे ही संबोधित किया जाएगा।

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