सुपर साइक्लोन 'अम्फान' ने मचाई तबाही, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में चार की मौत
क्या है खबर?
पिछले 20 सालों का सबसे भयानक सुपर साइक्लोन 'अम्फान' ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। शाम को यह साइक्लोन पश्चिम बंगाल के दीघा तट से टकरा गया।
इसके बाद वहां तेज बारिश और करीब 120 किलोमीटर प्रतिघंट की रफ्तार से हवाएं चलना शुरू हो गई।
इससे कई पेड़, बिजली के पोल और कच्चे घर धराशाही हो गए। इससे बंगाल में दो लोगों की मौत हो गई।
प्रभाव
पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में तबाही मचा रहा 'अम्फान'
नेशनल डिजास्टर रेस्पांस फोर्स (NDRF) के प्रमुख एसएन प्रसाद ने बताया कि ओडिश के तटीय इलाकों से होता हुआ साइक्लोन अम्फान शाम करीब पांच बजे पंश्चिम बंगाल के दीघा और हटिया तट पर पहुंच गया।
इसके साथ ही वहां तेज बारिश और हवा शुरू हो गई। इससे कई पेड धराशाही हो गए और बिजली के पोल तथा कच्चे मकान गिर गए।
पूरे इलाके में लैंडफॉल की प्रक्रिया अभी जारी है। NDRF की टीमें राहत कार्य में जुटी हुई है।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें दीघा तट का वीडियो
#CycloneAmphan makes #Landfall : the fury of #Amphan near Digha, West Bengal
— PIB India #StayHome #StaySafe (@PIB_India) May 20, 2020
Video credit : Shamit Bhoumik@PIBBhubaneswar #CycloneAmphanUpdate pic.twitter.com/JScKMfeDt1
जानकारी
कभी भी जमीन से टकरा सकता है अम्फान का मुख्य हिस्सा
मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि साइक्लोन अम्फान का एक हिस्सा जमीन से टकरा गया है। मुख्य हिस्सा कभी भी टकरा सकता है। लैंडफॉल की प्रक्रिया दोपहर 02:30 बजे शुरू हुई थी जो अभी जारी है। इससे खतरा बढ़ने की आशंका है।
ट्विटर पोस्ट
तूफान के कारण टूटी बिजली की तारें
Electric outage in Phool Bagan, Kolkata caused due to the cyclone. Please pray for the ones who are not fortunate enough to have proper shelter in these challenging times. #CycloneAmphan #CycloneAmphanUpdate #AmphanSuperCyclone #Amphan pic.twitter.com/Lx2FsOyc0e
— Akshay (@TheAkshayBothra) May 20, 2020
सुरक्षा
पश्चिम बंगाल में चार लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया
NDRF के प्रमुख प्रसाद ने बताया कि पश्चिम बंगाल में साइक्लोन के असर को देखते हुए तटीय इलाकों में रहने वाले करीब चार लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है।
इसके अलावा राहत कार्य के लिए कुल 19 टीमें तैनात की गई है। सभी टीमें काम पर जुट गई है और रास्तों में पड़े पेड़, पोल को हटाकर क्षतिग्रस्त हुए मकानों की जांच कर रही है। लोगों से घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की है।
ओडिशा
अम्फान ने ओडिशा में मचाई भारी तबाही, दो की मौत
NDRF के प्रमुख प्रसाद ने बताया कि अम्फान ने ओडिशा के तटीय इलाकों में भारी तबाही मचाई है। राज्य में मंगलवार रात से ही साइक्लोन का असर दिखना शुरू हो गया था।
तूफान के कारण बालासोर, भद्रक, पुरी, भुवनेश्वर सहित अन्य तटीय इलाकों में कई मकान ढह गए और पेड और बिजली के पोल धराशाही हो गए।
इस दौरान भद्रक में भारी बारिश के चलते एक बच्ची की मौत हो गई, जबकि दूसरी मौत पुरी में हुई है।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें ओडिश में अम्फान के असर का वीडियो
#WATCH Odisha: Rainfall and strong winds at Chandipur in Balasore district. The landfall process of #CycloneAmphan commenced since 2:30 PM, will continue for about 4 hours. pic.twitter.com/E75GWzHmwz
— ANI (@ANI) May 20, 2020
बचाव
ओडिश में 4.5 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
NDRF के प्रमुख प्रसाद ने बताया कि साइक्लोन अम्फान के चलते ओडिश में कुल 4.5 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
विशेष राहत आयुक्त पीके जेना ने बताया कि ओडिशा में निचले इलाकों में रहने वाले करीब 1.41 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
इन्हें 2921 राहत शिविरों में रखा गया है जहां खाने व दूसरी सुविधाएं मुहैया कराई गई है। लोगों को शिविर और घरों से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी गई है।
जानकारी
30-40 किमी प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ रहा अम्फान
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक अम्फान कुछ देर में कोलकाता और आसपास के इलाकों में पहुंचेगा और 110 से 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। फिलहाल यह 50 से 60 किमी प्रति घंटे की गति से यह आगे बढ़ रहा है।
बांग्लादेश
24 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
बांग्लादेश में आपदा प्रबंधन के कनिष्ठ मंत्री एनमुर रहमान ने कहा कि सबसे असुरक्षित जिलों के करीब 24 लाख लोगों को 15,000 से अधिक आश्रय स्थलों पर पहुंचा दिया गया है।
उन्होंने कहा कि लोगों को घरों से निकालना चुनौतीपूर्ण था। म्यांमार से सैकड़ों रोहिंग्या शरणार्थियों को बंगाल की खाड़ी में बाढ़ की आशंका वाले द्वीप से निकालकर आश्रय स्थल पर पहुंचा दिया है। राहत टीमों को पूरी तरह से अलर्ट पर रखा गया है।