केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान की JNU और जामिया के छात्रों को धमकी, बोले- इलाज कर देंगे
क्या है खबर?
अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान ने अब नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) और जामिया में विरोध प्रदर्शन करने वाले छात्रों को खुली धमकी दे दी है।
खास बात यह है कि उन्होंने यह धमकी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सामने दी।
उन्होंने कहा कि JNU और जामिया में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के युवाओं को 10 प्रतिशत आरक्षण दिला दें, सबका इलाज कर देंगे।
मांग
रैली में रक्षा मंत्री से की 10 प्रतिशत आरक्षण की मांग
CAA के समर्थन में मेरठ में बुधवार को आयोजित रैली को संबोधित करते हुए बालियान ने कहा कि JNU और जामिया में देश विरोधी नारे लगते हैं।
उन्होंने कहा कि वह केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मांग करते हैं कि दोनों विश्वविद्यालयों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के युवाओं को 10 प्रतिशत आरक्षण दिला दें। इसके बाद सबका इलाज कर दिया जाएगा। किसी की जरूरत नहीं पड़ेगी और फिर किसी की भी देश विरोधी नारे लगाने की हिम्मत नहीं होगी।
ट्विटर पोस्ट
यहां सुनिए नेताजी का "भाषण"
#WATCH Union Minister Sanjeev Balyan in Meerut: Main Rajnath ji se nivedan karoonga, jo JNU,Jamia mein desh ke virodh mein naare lagate hain inka ilaaj ek hi hai,pashchim Uttar Pradesh ka wahan 10% reservation karwa do,sabka ilaaj kar denge,kisi ki zarurat nahi padne ki (22.1.20) pic.twitter.com/qoYmlxR3Ce
— ANI UP (@ANINewsUP) January 23, 2020
जनसंख्या में अंतर
पाकिस्तान और भारत में हिन्दु-मुसलमानों की जनसंख्या में आया बड़ा अंतर
बालियान ने बंटवारे के बाद भारत और पाकिस्तान में हिन्दु-मुसलमानों की जनसंख्या में आए अंतर पर भी अपनी बात रखी।
उन्होंने कहा कि जब देश आजाद हुआ तो भारत में 7 करोड़ मुसलमान थे, लेकिन अब 20 प्रतिशत हैं और पश्चिम उत्तर प्रदेश में इसके 50 प्रतिशत। जबकि पाकिस्तान में 23 प्रतिशत हिन्दू थे जो अब 3 प्रतिशत रह गए। दोनो देशों की व्यवस्था के कारण आए इस बड़े अंतर को अपने आप देखा जा सकता है।
समर्थन
रक्षा मंत्री ने कही मुसलमानों को किसी के नहीं छू सकने की बात
बालियान के विवादित बयान के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने CAA का समर्थन करते हुए कहा कि इसके तहत प्रताड़ना से दुखी होकर देश में आए लोगों को नागरिकता दी जाएगी। देश के मुसलमानों को कोई छू भी नहीं पाएगा।
उन्होंने उन आशंकाओं को सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें कहा जा रहा है कि NPR और NRC में समुदाय विशेष को निशाना बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वे सरकार नहीं, बल्कि देश बनाने के लिए राजनीति करते हैं।
जानकारी
JNU और जामिया में जमकर हुआ था बवाल
बालियान का बयान ऐसे समय आया है जब देशभर में CAA का विरोध हो रहा है। JNU और जामिया दोनों ही विश्वविद्यालयों में CAA और NRC के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए हैं। दिसंबर में जामिया में विरोध प्रदर्शन को लेकर भी बवाल हुआ था।
विवादित बयान
भाजपा नेताओं की ओर से लगातार दिए जा रहे हैं विवादित बयान
CAA और NRC को लेकर हो रहे विरोध के बीच भाजपा के कई नेता विवादित बयान दे चुके हैं। गत रविवार को पश्चिम बंगाल में भाजपा सांसद सौमित्र खान ने CAA और NRC का विरोध करने वाले बुद्धिजीवियों को ममता बनर्जी का कुत्ता करार दिया था।
वहीं, पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने विरोध करने वाले लोगों को शैतान और कीड़ा कहा था। उससे पहले भी घोष ने विरोधियों को उत्तर प्रदेश में गोली मारने की बात कही थी।
बढ़ता विरोध
CAA को लेकर देशभर में बढ़ रहा है विरोध
CAA में सरकार बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से उत्पीड़न के कारण भारत आए गैर-मुस्लिमों को यहां की नागरिकता देने का दावा कर रही है।
देश में पहली बार किसी कानून में धर्म के आधार पर नागरिकता देने का मापदंड बनाया गया है। इससे देश के मुस्लिमों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं।
ऐसे में इस कानून का देशभर में विरोध हो रहा है, लेकिन इसके बाद भी सरकार इसकी पक्षधर है।