दिल्ली: कुछ प्रतिबंधों के साथ दशहरा और दुर्गा पूजा आयोजन को मिली अनुमति
दिल्ली सरकार ने इस साल कुछ बंदिशों के साथ रामलीला, दशहरा और दुर्गा पूजा जैसे आयोजनों की अनुमति दे दी है। बुधवार को हुई दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की बैठक में यह फैसला लिया गया। इसके अलावा DDMA ने 1 नवंबर के बाद पहली से आठवीं कक्षा तक के स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से खोलने का फैसला लिया है। गौरतलब है कि दिल्ली में कई हफ्तों से महामारी पर काबू है और हालात बेहतर हो रहे हैं।
इन नियमों का करना होगा पालन
बुधवार को बैठक में शामिल हुए अधिकारियों ने बताया कि रामलीला और दशहरे जैसे आयोजन के आयोजनकर्ताओं को यह ध्यान रखना होगा कि तय संख्या से अधिक लोग एक जगह पर इकट्ठे न हों। इसके अलावा आयोजन के दौरान खाने की कोई स्टॉल नहीं लगाई जाएगी। साथ ही उन्हें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि आयोजन में हिस्सा लेने वाले सभी लोग मास्क पहने हों और उनके आगमन और निकास के लिए अलग-दरवाजे बनाए जाएं।
जल्द जारी होगी SOP
आगामी त्योहारी सीजन में होने वाले आयोजनों को देखते हुए DDMA जल्द ही मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी करेगा। इसमें आयोजन के समय बरती जाने वाली सावधानियों की पूरी सूची होगी।
पुलिस और प्रशासन के अधिकारी रखेंगे नजर
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, राज निवास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी त्यौहारी सीजन के दौरान दौरे पर रहेंगे और कोरोना से बचाव के नियमों का पालन सुनिश्चित कराएंगे। उन्होंने कहा कि आयोजनकर्ता मेले में किसी तरह की स्टॉल या झूले नहीं लगा पाएंगे। कोविड प्रोटोकॉल और SOP के पालन का जिम्मा आयोजनकर्ता पर होगा। इस संबंध में जल्द ही आदेश जारी होगा।
बीते साल नहीं थी अनुमति
बीते साल DDMA ने दुर्गा पूजा के सार्वजनिक आयोजन की इजाजत नहीं दी थी। वहीं रामलीला समितियों से लाइव स्ट्रीमिंग करने को कहा गया था। कई जगहों पर कुछ प्रतिबंधों के साथ पुतले जलाने की अनुमति दी गई थी। लव कुश रामलीला समिति के महासचिव अर्जुन कुमार ने कहा, "इस बार हमने सरकारी अधिकारियों से मिलकर उन्हें भरोसा दिलाया कि आयोजन के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। हमें खुशी है कि आयोजन को मंजूरी दे दी गई है।"
1 नवंबर के बाद चरणबद्ध तरीके से खुलेंगे स्कूल
बैठक में शामिल हुए DDMA के एक अधिकारी ने बताया कि 1 नवंबर के बाद चरणबद्ध तरीके से स्कूल खोलने का फैसला लिया गया है। इस संबंध में औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है। फिलहाल दिल्ली में नौवीं और इससे ऊपर की कक्षाओं के बच्चों को स्कूल बुलाया जा रहा है। हालात में सुधार होता देख 1 नवंबर के बाद पहली से आठवीं कक्षाओं तक के छात्रों को भी स्कूल में बुलाया जा सकता है।
दिल्ली में कोरोना की स्थिति काबू में
दिल्ली में बीते कई हफ्तों से कोरोना महामारी की रफ्तार नियंत्रण में हैं और कई दिनों से 50 से कम मामले दर्ज हो रहे हैं। दूसरी तरफ वैक्सीनेशन की रफ्तार भी बढ़ रही है। इसे देखते हुए दिल्ली सरकार प्रतिबंधों में ढील दे रही है।
देश में महामारी की क्या स्थिति?
भारत में बीते दिन कोरोना के 18,870 नए मामले सामने आए और 378 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,37,16,451 हो गई है। इनमें से 2,82,520 सक्रिय मामले हैं और 4,47,751 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। वहीं देश में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 87,66,63,490 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बीते दिन 54,13,332 खुराकें लगाई गईं।