महाराष्ट्र: शिवसेना भवन के बाहर लाउडस्पीकर पर बजाई हनुमान चालीसा, MNS नेता को हिरासत में लिया
महाराष्ट्र में मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर तेज आवाज में नमाज (अजान) पढ़ने को लेकर शुरू हुआ विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे के मस्जिदों में लाउडस्पीकर बंद कराने की आवाज उठाने के बाद MNS कार्यकर्ता लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजा रहे हैं। रविवार को कार्यकर्ताओं ने मुंबई में शिवसेना भवन के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया। इसको लेकर पुलिस ने MNS नेता सहित दो लोगों को हिरासत में लिया है।
टैक्सी पर लाउडस्पीकर लगाकर बजाई हुनमान चालीसा
दरअसल, MNS प्रमुख राज ठाकरे ने रविवार को रामनवमी के मौके पर कल्याण स्थित शिवसेना के मुख्यालय के बाहर लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाने का ऐलान किया था। इसको लेकर MNS नेता यशवंत किल्लेकार ने एक टैक्सी पर लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा का पाठ किया था। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हनुमान चालीसा को बंद कर दिया और किल्लेकार सहित टैक्सी चालक को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने टैक्सी और लाउडस्पीकर को भी जब्त किया है।
MNS ने पोस्टर लगाकर किया था शिवसेना पर हमला
MNS ने सुबह शहर में राज ठाकरे को उनके चाचा बालासाहेब ठाकरे की हिंदुत्व विरासत के असली उत्तराधिकारी के रूप में पेश करने वाले पोस्टर भी लगवाए थे। पोस्टरों में दावा किया गया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मस्जिदों में लाउडस्पीकर के विरोध में जनता को हनुमान चालीसा की अनुमति नहीं दे रहे हैं। बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के अधिकारियों ने बाद में पोस्टरों को हटवा दिया था। उसके बाद विवाद और बढ़ गया।
पोस्टर में क्या लिखा था?
पोस्टर में लिखा था, 'बालासाहेब, देखिए आपके बेटे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे हिंदू होते हुए भी लोगों को हनुमान चालीसा करने से रोक रहे हैं। वे हिंदुओं द्वारा लगाए गए लाउडस्पीकरों को हटा रहे हैं। केवल राज ठाकरे ही आपके मार्गदर्शक सिद्धांत और विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। यदि संभव हो, तो कृपया उद्धव को हिंदुओं के बारे में अच्छी समझ दें।' इस कदम को MNS द्वारा शिवसेना के हिंदू वोट बैंक को लुभाने का प्रयास माना जा रहा है।
कैसे हुई थी अजान बनाम हनुमान चालीसा विवाद की शुरुआत
बता दें कि MNS प्रमुख राज ठाकरे ने 2 अप्रैल को शिवाजी पार्क में आयोजित एक रैली में कहा था, "मस्जिदों में लाउडस्पीकर इतनी तेज आवाज में क्यों बजाए जाते हैं? अगर इसे नहीं रोका गया तो हम मस्जिदों के बाहर लाउडस्पीकर लगाकर तेज आवाज में हनुमान चालीसा बजाने लगेंगे।" उन्होंने यह भी कहा था, "मैं प्रार्थना या किसी विशेष धर्म के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन मुझे अपने धर्म पर गर्व है और लाउडस्पीकरों को बंद किया जाना चाहिए।"
MNS कार्यकर्ताओं ने लाउडस्पीकर पर बजाई थी हनुमान चालीसा
राज ठाकरे की चेतावनी के बाद MNS कार्यकर्ताओं ने महेंद्र भानुशाली के नेतृत्व में 3 अप्रैल को लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाना शुरू कर दिया। पहुंची पुलिस ने हुनमान चालीसा को बंद कराकर उन्हें हिरासत में लिया था और 5,050 रुपये का जुर्माना भी लगाया था। पुलिस की कार्रवाई को MNS कार्यकर्ता महेंद्र भानुशाली उत्पीड़न करार दिया है। उनका कहना था कि उनके केवल आरती करने पर ही पुलिस ने कार्रवाई की है।
मोहित कंबोज ने दिया मुफ्त लाउडस्पीकर का प्रस्ताव
मामले में भाजपा नेता मोहित कंबोज ने 5 अप्रैल को ट्वीट किया था, 'जिस किसी को भी मंदिर में लाउडस्पीकर लगाने की आवश्यकता है, वह हमसे मुफ्त मांग सकता है! सभी हिंदुओं की एक आवाज होनी चाहिए! जय श्री राम! हर हर महादेव!'
संजय राउत ने साधा था भाजपा पर निशाना
शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने राज ठाकरे पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा, "राज ठाकरे कल मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकरों को हटाने की बात कर रहे थे। पहले देखिए, कौन से भाजपा शासित राज्यों में अजान बंद हो गई है, मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटा दिए गए हैं। यह महाराष्ट्र है, जहां देश के कानून का पालन किया जाता है।" बता दें कि शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध लगाने के शुरुआती समर्थकों में थे।