
पहलगाम हमला: पाकिस्तान पर कूटनीतिक कार्रवाई के बाद सैन्य कार्रवाई करेगा भारत? क्या-क्या हैं विकल्प?
क्या है खबर?
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान में तनाव है। भारत ने पाकिस्तान पर कूटनीतिक कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवा निलंबित कर दी है, सिंधु नदी जल समझौते को रोक दिया है और अटारी-वाघा सीमा को भी बंद कर दिया है।
कूटनीतिक कार्रवाईयों के बाद सरकार सैन्य कार्रवाई के विकल्पों पर भी विचार कर रही है।
आइए जानते हैं भारत के पास क्या-क्या विकल्प हैं।
रिपोर्ट
जवाबी सैन्य कार्रवाई होगी- सूत्र
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए एक शीर्ष सूत्र ने कहा, "जवाबी सैन्य कार्रवाई होगी और हम तैयार हैं। हम हमले की प्रकृति पर चर्चा कर रहे हैं। 2019 से हमने अपने हथियारों को आधुनिक बनाने के लिए कई उपाय किए हैं। हमारे पास अपने क्षेत्र के भीतर से आतंकवादियों को निशाना बनाने का विकल्प है।"
पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भारत हर आतंकवादी और उनके समर्थकों की पहचान करेगा और उन्हें दंडित करेगा।
बयान
क्या कह रहे हैं जानकार?
इंडियन एक्सप्रेस से उत्तरी कमान के पूर्व जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा (सेवानिवृत्त) ने कहा, "जमीनी और हवाई कार्रवाई विचाराधीन हैं। इस स्तर पर सरकार ने कुछ बहुत मजबूत कदम उठाए हैं, खासकर सिंधु जल संधि के संबंध में, लेकिन मैं इस स्तर पर सैन्य विकल्प को पूरी तरह से खारिज नहीं करूंगा। वास्तव में नियंत्रण रेखा पर अपनी साइड से ही कुछ लक्ष्यों को नष्ट किया जा सकता है। हमलावर ड्रोन का उपयोग किया जा सकता है।"
पाकिस्तान
हमले में पाकिस्तान की भूमिका को लेकर सुरक्षाबलों का क्या मानना है?
इंडियन एक्सप्रेस से एक सूत्र ने कहा कि पहलगाम हमले में पाकिस्तान की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता।
सूत्र ने कहा, "इसका पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर और उनके हितों से बहुत कुछ लेना-देना है। सरकार और सुरक्षा एजेंसियों का आकलन है कि पहलगाम हमला संभवतः पाकिस्तान में आर्थिक संकट और आंतरिक अशांति की पृष्ठभूमि में भारत में समुदायों के बीच विभाजन पैदा करने और लोकप्रियता हासिल करने के जनरल मुनीर के प्रयास का हिस्सा था।"
किसान
किसानों को 48 घंटे के भीतर फसल काटने के निर्देश
सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने भारत-पाकिस्तान सीमा पर किसानों को 48 घंटे के भीतर अपनी फसल काटकर खेतों को साफ करने का निर्देश दिया है।
अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर और फाजिल्का जिल के ग्रामीण क्षेत्रों को किसानों को ये निर्देश दिए गए हैं।
BSF के एक अधिकारी ने कहा, "हम किसानों की चिंताओं को समझते हैं, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोपरि है। हम सभी किसानों से भविष्य में किसी भी असुविधा से बचने के लिए पूरा सहयोग करने का आग्रह करते हैं।"
हमला
पहलगाम हमले में मारे गए थे 26 लोग
22 अप्रैल को पहलगाम में 6 आतंकवादियों ने गोलीबारी की थी। यह हमला उस समय हुआ जब पर्यटक खच्चर की सवारी का आनंद ले रहे थे। इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी।
इस हमले से पूरा देश स्तब्ध है तथा भारत और विदेशों में इसकी कड़ी निंदा की है। यह देश में पिछले दो दशकों में हुए सबसे घातक नागरिक हमलों में से एक है। सुरक्षा बल आतंकियों की तलाश में जुटे हैं।