
पहलगाम आतंकी हमला: NIA करेगी घटनास्थल की 3D मैपिंग, ये क्या होती है?
क्या है खबर?
पहलगाम आतंकी हमले को एक हफ्ते से ज्यादा हो चुका है, लेकिन अभी तक जांच एजेंसियों को कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है।
सरकार ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को गुनाहगारों को पकड़ने का जिम्मा सौंपा है। NIA की टीम ने बैसरन घाटी में घटनास्थल का दौरा किया और लोगों से पूछताछ कर सबूत जुटाने की कोशिश की है। NIA ने घटनास्थल की 3D मैपिंग भी की है।
आइए जानते हैं ये क्या होता है।
3D मैपिंग
क्या होती है 3D मैपिंग?
3D मैपिंग ऐसी तकनीक है, जो वस्तुओं, सतहों या वातावरण की 3D इमेज बनाती है। 2D के मुकाबले इससे ज्यादा गहरी समझ मिलती है और किसी भी स्थान या चीज की ज्यादा सटीक और व्यापक तस्वीर सामने आती है।
थोड़ा तकनीकी भाषा में कहें तो ये एक तरह का डिजिटल मॉडल होता है, जो वास्तविक दुनिया के 3 आयामों को दिखाता है। अलग-अलग तरह के कैमरों, सेंसर और सॉफ्टवेयर के द्वारा डेटा कैप्चर कर इसका निर्माण किया जाता है।
वजह
पहलगाम हमले में 3D मैपिंग क्यों की जा रही है?
एजेंसियां ड्रोन का इस्तेमाल कर हवाई इमेजरी को कैप्चर करने और बैसरन घाटी का 3D मॉडल तैयार करेगी। इससे हमले के समय की घटनाओं को समझने में आसानी होगी।
इससे एजेंसियां पता लगाएंगी कि आतंकी किस तरफ से आए थे और किस दिशा में भागे और हमले के वक्त कितने पर्यटक कहां-कहां मौजूद थे।
यह NIA की दुर्घटनाओं को सटीकता के साथ समझने, विश्लेषण करने और अदालती कार्यवाहियों में सहायता करेगा।
बयान
NIA की टीम ने की 3D मैपिंग
हिंदुस्तान टाइम्स ने नाम न बताने की शर्त पर एक अधिकारी के हवाले से कहा, "NIA की एक टीम 22 अप्रैल को बैसरन में मौजूद मारे गए लोगों के परिवार के सदस्यों, टट्टू चलाने वाले लोगों, विक्रेताओं और अन्य श्रमिकों के बयानों के साथ-साथ तकनीकी डेटा जैसे उपग्रह इमेजरी, जांच दल द्वारा शूट किए गए घास के मैदान के वीडियो फुटेज के साथ, 3D मैपिंग के लिए बुधवार को साइट पर गई है।"
कार्रवाई
NIA ने अब तक क्या कार्रवाई की है?
हमले के बाद NIA ने अब तक 2,500 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है। इनमें से करीब 180 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
वहीं, जम्मू-कश्मीर में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के विभिन्न धड़ों और जमात-ए-इस्लामी जैसे प्रतिबंधित संगठनों के समर्थकों के घरों की तलाशी भी ली गई है। कम से कम 10 आतंकियों के घरों को बम से उड़ा दिया है।
22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी।