ओडिशा: पाकिस्तानी एजेंसी ISI को OTP बताने वाले तीन लोग गिरफ्तार, जानें पूरा मामला
क्या है खबर?
ओडिशा में पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के साथ वन-टाइम पासवर्ड (OTP) साझा करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
ओडिशा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने इन तीन लोगों को नयागढ़ और जाजपुर जिलों से गिरफ्तार किया।
STF ने बताया कि ये तीनों लोग पहले से सक्रिय हुए सिम कार्ड खरीदते थे और उन पर प्राप्त हुए OTP को कथित तौर पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के अधिकारियों के साथ साझा करते थे।
छापा
ITI में शिक्षक है एक आरोपी
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, आरोपियों की पहचान 35 वर्षीय पठानिसमंत लेनका, 26 वर्षीय सरोज कुमार नायक और 19 वर्षीय सौम्य पटनायक के रूप में हुई है। इनमें से लेनका ओडिशा के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) में एक शिक्षक के तौर पर नौकरी कर रहे थे।
गौरतलब है कि STF ने आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान 19 महंगे मोबाइल फोन, 47 सक्रिय सिम कार्ड और कवर, 61 ATM कार्ड और 1 लैपटॉप समेत आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है।
आरोप
OTP के जरिए सोशल मीडिया पर फर्जी खाते बना रहे थे आरोपी
बतौर रिपोर्ट्स, गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक शख्स बिहार की राजधानी पटना में रहने वाली एक महिला एजेंट के साथ संपर्क में भी था, जिसे पिछले साल राजस्थान पुलिस ने एक हनीट्रैप मामले में गिरफ्तार किया गया था।
ये सभी आरोपी सोशल मीडिया ग्रुप्स के माध्यम से फर्जी अकाउंट्स बना रहे थे, जिनका इस्तेमाल कई तरह की गैर-कानूनी गतिविधियों में किया जा रहा था।
बयान
पाकिस्तानी एजेंट्स OTP की मदद से कर रहे थे लोगों को हनीट्रैप- STF
STF के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "आरोपियों द्वारा साझा किए गए OTP का उपयोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और ऑनलाइन शॉपिंग साइट पर अकाउंट्स बनाने के लिए किया जा रहा था। इनका उपयोग फर्जी ईमेल अकाउंट्स बनाने में भी किया जा रहा था, जो वास्तव में पाकिस्तान से संचालित हो रहे थे।"
उन्होंने आगे बताया कि इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल जासूसी, अवैध वसूली, हनीट्रैप समेत अन्य भारत-विरोधी गतिविधियों के लिए किया जा रहा था।
जानकारी
STF ने और क्या कहा?
STF के मुताबिक, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर खोले गए अकाउंट्स का इस्तेमाल आतंकवादियों और भारत-विरोधी तत्वों को सामान सप्लाई करने के लिए भी किया जाता है। भारतीय मोबाइल नंबरों से पंजीकृत होने के चलते इन पर किसी व्यक्ति का शक नहीं जाता है।
मामला
हनीट्रैप के मामले में DRDO के वैज्ञानिक भी हुए थे गिरफ्तार
बता दें कि महाराष्ट्र के आतंकवाद रोधी दस्ते (ATS) ने हाल ही में पुणे में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के लिए काम करने वाले एक वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर को गिरफ्तार किया था।
कुरुलकर पर ISI की एक महिला एजेंट के संपर्क में होने का आरोप है, जिसे वह कथित तौर पर व्हाट्सऐप और फोन कॉल के जरिए गोपनीय सूचनाएं उपलब्ध करा रहे थे।
पाकिस्तान पहले भी सेना के कई अधिकारियों और जवानों को हनीट्रैप में फंसा चुका है।