ISI ने की आतंकवादी संगठनों के साथ बैठक, कश्मीर में आतंकी गतिविधियां बढ़ाने का निर्देश
अफगानिस्तान में जीत के बाद अब पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियां बढ़ाने की साजिश रच रहा है और उसकी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलीजेंस (ISI) ने हाल ही में इस संबंध में कई आतंकी संगठनों के साथ खुफिया बैठक की। ये बैठक पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के मुजफ्फराबाद में हुई और इसमें आतंकियों को जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर आतंकी हमले करने और कश्मीर पंडितों को निशाना बनाने का निर्देश दिया गया।
ISI का आतंकियों को कश्मीर में अधिक से अधिक हत्याएं करने का निर्देश
इंडिया टुडे ने भारतीय खुफिया एजेंसियों के एक अलर्ट के आधार पर ISI की इस बैठक की जानकारी दी है। चैनल के पास मौजूद अलर्ट की कॉपी में कहा गया है कि ISI ने जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर आतंकी हमले करने की योजना बनाई है और बैठक में कश्मीर में अधिकतम हत्याएं करने का फैसला लिया गया। ISI ने आतंकियों को पुलिस, सुरक्षा बलों और खुफिया एजेंसियों के साथ काम करने वाले कश्मीरियों को निशाना बनाने को कहा है।
ISI ने आतंकियों को दी 200 लोगों की हिट लिस्ट
अलर्ट के अनुसार, ISI ने आतंकियों को लगभग 200 लोगों की हिट लिस्ट दी है और इनकी हत्या करके कश्मीर में तनाव पैदा किया जाएगा। इस सूची में खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के साथ काम करने वाले कश्मीरियों के साथ-साथ ऐसे कश्मीरी पंडितों का भी नाम है जो पंडितों की कश्मीर वापसी पर सक्रिय अभियान चला रहे हैं। इसमें भाजपा और RSS के पदाधिकारियों, भारत सरकार के करीबी पत्रकारों और सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के मुखबिर भी शामिल हैं।
हमलों के लिए नए आतंकियों का किया जाएगा इस्तेमाल
बैठक में आतंकी संगठन नए हमलों के लिए ऐसे आतंकियों का इस्तेमाल करने के लिए राजी हुए जो भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर नहीं हैं। अलर्ट के अनुसार, इन हमलों को तत्कालिक और पूरी तरह से कश्मीरी दिखाने के लिए साफ रिकॉर्ड वाले और आतंकवादियों के प्रति सहानभूति रखने वाले कश्मीरियों का इस्तेमाल किया जाएगा। इन आतंकियों के इस्तेमाल के लिए उरी और तंगधार सेक्टर से नियंत्रण रेखा (LoC) के जरिए पिस्टल और ग्रेनेड सप्लाई किए जा रहे हैं।
भारतीय एजेंसियों को गुमराह करने के लिए बनाया जाएगा नया आतंकी संगठन
बैठक में एक नया आतंकी संगठन बनाने पर भी फैसला लिया गया है। इसका इस्तेमाल हमलों और हत्याओं की जिम्मेदारी लेने के लिए किया जाएगा ताकि भारतीय एजेंसियों को भटकाया जा सके।
कश्मीर में हालिया समय में बढ़ी हैं आतंकी गतिविधियां
बता दें कि कश्मीर में पिछले कुछ समय से आतंकी गतिविधियां बढ़ गई हैं। घाटी में इसी महीने एक हफ्ते के अंदर सात अल्पसंख्यकों की हत्या की जा चुकी है। इनमें कश्मीरी पंडित और सिख दोनों शामिल हैं। इसके अलावा जवानों पर भी हमले हुए हैं। आज ही पूंछ जिले में आतंकरोधी अभियान के दौरान एक अधिकारी समेत सेना के दो जवान शहीद हो गए हैं। वहीं इससे पहले रविवार को पांच जवानों ने सर्वोच्च बलिदान दिया था।