कोरोना वायरस: दिल्ली के ज्यादातर प्राइवेट अस्पतालों में एक भी ICU बेड खाली नहीं
कोरोना वायरस के दैनिक मामलों में बड़े उछाल के बीच दिल्ली के प्राइवेट अस्पतालों में ICU बेडों की कमी होने लगी है। प्राइवेट अस्पतालों के ज्यादातर ICU बेड भर चुके हैं और कई अस्पातल तो ऐसे हैं जिनमें वेंटीलेटर वाला एक भी ICU बेड नहीं बचा है। इस बीच शहर में अभी भी रोजाना 4,000 से अधिक नए मामले सामने आए रहे हैं और अगर यही हाल रहा तो जल्द ही ICU बेडों की तंगी हो सकती है।
दिल्ली में रोजाना सामने आ रहे 4,000 से अधिक नए मामले
एक समय कोरोना वायरस को काबू में करने में कामयाब रहे दिल्ली में पिछले एक महीने में दैनिक मामलों में बढ़ा उछाल आया है और पिछले एक हफ्ते से रोजाना 4,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं। शहर में अभी तक 2,42,899 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है। इनमें से 4,945 की मौत हुई है, वहीं 32,000 से अधिक मामले अभी भी सक्रिय बने हुए हैं।
इन निजी अस्पतालों में वेंटीलेटर वाला एक भी ICU बेड खाली नहीं
डॉक्टरों के अनुसार, पिछले 10 दिन में दिल्ली में ICU में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में चार प्रतिशत वृद्धि हुई है और इसके फलस्वरूप ज्यादातर निजी अस्पतालों में वेंटीलेटर वाले ICU बेड भर गए हैं। दिल्ली सरकार के 'कोरोना ऐप' के अनुसार, विमहंस नयति अस्पताल, बत्रा अस्पताल, मैक्स अस्पताल (शालीमार बाग), महाराज अग्रसेन अस्पताल, अपोलो अस्पताल, सरोज सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल, फॉर्टिस अस्पताल, मैक्स अस्पताल (पतपड़गंज), मैक्स सुपर-स्पेशिलटी अस्पताल में वेंटीलेटर वाली एक भी ICU बेड खाली नहीं है।
अन्य बड़े अस्पतालों में भी बेहद कम ICU बेड बचे
इन बड़े अस्पतालों के अलावा 10 से कम ICU बेड वाले कई छोटे निजी अस्पतालों में भी वेंटीलेटर वाला एख भी बेड नहीं बचा है। सर गंगा राम जैसे चर्चित और बड़े अस्पताल में भी 32 ICU बेड में से मात्र चार बेड खाली हैं। वहीं साकेत स्थित मैक्स स्मार्ट अस्पताल में भी वेंटीलेटर वाले जिन 40 ICU बेडों को कोरोना वायरस मरीजों के लिए आरक्षित किया गया था, उनमें से मात्र दो खाली बचे हैं।
सरकारी अस्पतालों में अभी भी बेड खाली
निजी अस्पतालों में बेडों की इन कमी के कारण सरकारी अस्पतालों पर बोझ बढ़ा है। हालांकि राहत वाली बात यह है कि सरकारी अस्पतालों में अभी भी ICU बेड उपलब्ध हैं। दिल्ली सरकार के लोकनायक अस्पताल में 200 में से 64, राजीव गांधी सुपर-स्पेशिलिटी अस्पताल में 191 में से 146, गुरू तेग बहादुर अस्पताल में 112 में से 25 और सरदार वल्लभभाई कोविड अस्पताल में 100 में 93 वेंटीलेटर वाले ICU बेड खाली हैं।
दिल्ली में वेंटीलेटर वाले कुल 495 ICU बेड खाली
अगर कुल बेडों की बात करें तो कोरोना ऐप के अनुसार, दिल्ली में वेंटीलेटर वाले 1,264 ICU बेड हैं जिनमें से 769 भर चुके हैं और 495 अभी भी खाली हैं। इसके अलावा बिना वेंटीलेटर वाले 1,684 ICU बेड में से 497 खाली हैं।
बाहर से आ रहे मरीज भी ICU बेड भरने की एक वजह
दिल्ली में कोरोना वायरस संबंधी ICU बेड भरने की एक वजह उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान जैसे पड़ोसी राज्यों से आने वाले बाहरी मरीजों को भी माना जा रहा है। दिल्ली सरकार के आंकड़ों के अनुसार, 5 अगस्त से 28 अगस्त के बीच दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना वायरस के 541 मरीज भर्ती हुए। इनमें से 218 मरीज दिल्ली के ही रहने वाले थे, वहीं 323 मरीज दिल्ली से बाहर के थे।