फोर्ब्स की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में निर्मला सीतारमण 34वें स्थान पर
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, HCL कॉर्पोरेशन की CEO और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर रोनी नादर मल्होत्रा और बायोकॉन की संस्थापक किरण मजूमदार शॉ को फॉर्ब्स की दुनिया की सबसे शक्तिशाली 100 महिलाओं की सूची में जगह मिली है। फॉर्ब्स ने इस साल की 'वर्ल्ड्स 100 मोस्ट पावरफुल वीमेन' की सूची जारी की है, जिसमें पहले स्थान पर जर्मनी की चांसलर एंगेला मर्केल, दूसरे पर यूरोपियन सेंट्रल बैंक की प्रमुख क्रिस्टिना लेगार्ड और अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी तीसरे नंबर पर है।
इन महिलाओं के बारे मे फोर्ब्स का क्या कहना है?
यह सूची जारी करते हुए फॉर्ब्स ने लिखा, 'दुनियाभर में महिलाओं ने काम किए। उन्होंने मीडिया, लोकोपकार, व्यापार और सरकारों में नेतृत्वकारी पदों पर अपना दावा ठोंका। इनसे पंगा नहीं लिया जाना चाहिए।'
भारत की पहली पूर्णकालिक वित्त मंत्री हैं निर्मला सीतारमण
देश की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री सीतारमण को पहली बार इस सूची में जगह मिली हैं और वो 34वें स्थान पर हैं। सीतारमण देश की रक्षा मंत्री भी रह चुकी हैं। वहीं मल्होत्रा इस सूची में 54वें नंबर पर है। HCL कॉर्पोरेशन की CEO होने के नाते 8.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर वाली तकनीकी कंपनी के हर फैसले के पीछे उनकी अहम भूमिका होती है। मल्होत्रा कंपनी की CSR कमेटी की चेयरपर्सन और शिव नादर फाउंडेशन की ट्रस्टी भी हैं।
शॉ के बारे में क्या कहती है फोर्ब्स
साल 1978 में देश की सबसे बड़ी बायोफार्मास्यूटिकल कंपनी बायोकॉन की स्थापना करने वालीं किरण मजूमदार शॉ इस सूची में 65वें पायदान पर हैं। बायोकॉन पहली ऐसी कंपनी है, जिसे कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के लिए USFDA से अनुमति मिली है। फोर्ब्स ने कहा कि शॉ ने वैज्ञानिक प्रतिभा और शोध सरंचना में निवेश किया है, जिसका उदेश्य कंपनी को गहन शोध वाली कंपनी बनाना है।
ग्रेटा थनबर्ग को भी मिली जगह
इस लिस्ट में मलिंडा गेट्स (छठे पायदान पर), IBM की CEO जिन्नी रोमेट्टी (नौंवे पायदान पर), फेसबुक की COO शेरिल सेंडबर्ग (18वें), बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना (29वें) न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डेर्न (38वें), इवांका ट्रंप (42वें), रिहाना (61वें) बियोंसे (66वें), टेलर स्विफ्ट (71वें) टेनिस स्टार सेरेना विलियम्स (81वें) और पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग को 100वें पायदान पर जगह मिली है। गौरतलब है कि ग्रेटा को टाइम्स पत्रिका ने 'पर्सन ऑफ द ईयर' घोषित किया है।
नौवे साल से लगातार पहले नंबर पर हैं मर्केल
जर्मनी की चांसलर एंगेल मर्केल लगातार नौंवे साल इस सूची में शीर्ष स्थान पाने में कामयाब हुई हैं। उनके बारे में फोर्ब्स ने लिखा है कि मर्केल यूरोप में शरणार्थी विरोधी भावनाओं से लड़ रही हैं।