
केरल: कोझिकोड में 1 और व्यक्ति निपाह वायरस से संक्रमित मिला, अब तक कुल 6 मामले
क्या है खबर?
केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस तेजी से पैर पसार रहा है। यहां एक निजी अस्पताल में 39 वर्षीय व्यक्ति इससे संक्रमित पाया गया है, जिसके बाद कोझिकोड में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 6 हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि संक्रमितों के संपर्क में आए करीब 706 लोग की सूची तैयार की गई है। इनमें 153 स्वास्थ्य कार्यकर्ता हैं और 77 हाई रिस्क वाले मरीज हैं, जिनमें फिलहाल कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं।
संक्रमित
अस्पतालों में 13 मरीजों को निगरानी में रखा गया है- स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री जॉर्ज ने बताया कि कोझिकोड में हल्के सिरदर्द वाले 13 मरीजों को अस्पतालों में निगरानी में रखा गया है। गुरुवार को यहां एक निजी अस्पताल में एक 24 वर्षीय एक स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित पाया गया था।
उन्होंने कहा कि कोझिकोड जिले में 9 पंचायतों के 58 वार्ड को कंटेनमेंट जोन घोषित किया है।
इसके अलावा राज्य के सीमावर्ती जिलों, कोडागु, दक्षिण कन्नकड़, चमराजनागरा और मैसूर, से आने वाले इंट्री प्वाइंट्स पर निगरानी बढ़ाई गई है।
चिन्हित
स्वास्थ्य मंत्री बोलीं- संभावित संक्रमितों को किया जा रहा चिन्हित
स्वास्थ्य मंत्री जॉर्ज ने कहा कि राज्य में स्थापित लैब में सैंपल की जांच की जा रही है और स्वास्थ्य विभाग ने संभावित संक्रमितों को अपनी निगरानी में रखा है, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
उन्होंने कहा कि विभाग संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए लोगों को चिन्हित करने और संभावित संक्रमितों को आइसोलेट करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
उन्होंने लोगों से स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइंस का पालन करने की अपील की है।
बंद
कोझिकोड में 16 सिंतबर तक स्कूल-कॉलेजों बंद
केरल सरकार ने कोझिकोड जिले में निपाह वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए शिक्षण संस्थानों और कोचिंगों में 16 सितंबर तक अवकाश घोषित कर दिया है, लेकिन विश्वविद्यालय के परीक्षा कार्यक्रम में अभी कोई फेरबदल नहीं किया गया है।
इसी बीच केरल में निपाह वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए तमिलनाडु की सरकार ने सर्कुलर जारी किया है और लोगों को सलाह दी है कि वे केरल के प्रभावित इलाकों में अनावश्यक यात्रा करने से बचें।
मौत
संक्रमण से अब तक 2 लोगों की हो चुकी है मौत
कोझिकोड में निपाह वायरस से अब तक 2 मरीजों की मौत हो चुकी है। राज्य सरकार ने एहतियातन कोझिकोड समेत मल्लपुरम, वायनाड और कन्नूर में अलर्ट जारी किया है।
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री जॉर्ज ने बताया था कि केरल में फैल रहा निपाह वायरस बांग्लादेशी वेरिएंट है, जिसकी संक्रमण दर कम लेकिन मृत्यु दर अधिक है।
उन्होंने बताया कि वायरस की मृत्यु दर लगभग 70 प्रतिशत के बीच है, जिससे बचने के लिए अभी कोई वैक्सीन नहीं हैं।
WHO
क्या हैं निपाह संक्रमण के लक्षण और इससे बचाव के तरीके?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि निपाह वायरस से संक्रमित लोगों में शुरू में बुखार, सांस लेने में तकलीफ, सिरदर्द और उल्टी जैसे लक्षण विकसित होते हैं।
इसके अलावा संक्रमण के गंभीर मामलों में एन्सेफलाइटिस के दौरे भी पड़ सकते हैं, जिससे मरीज कोमा में जा सकता है।
WHO ने संक्रमण से बचने के लिए लोगों को मास्क पहनने, शारीरिक दूरी बनाए रखने और संभावित लक्षणों की शिकायत पर स्वास्थ्यकर्मियों से संपर्क करने का सुझाव दिया है।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
भारत में पहली बार निपाह वायरस के मामले 2018 में केरल के कोझिकोड और मलप्पुरम जिलों में सामने आए थे। तब 21 लोगों की मौत हो गई थी।
इसके बाद 2019 और 2021 में भी यहां निपाह वायरस की चपेट में आकर 2 लोगों की मौत हो गई थी।
निपाह वायरस को एक जूनोटिक संक्रमण के रूप में जाना जाता है। इसका मतलब है कि वायरस सुअर, कुत्ते, बकरी, बिल्ली, घोड़े और भेड़ों के जरिए इंसानों तक फैल सकता है।