बेंगलुरू: कोरोना वायरस के 3,000 से अधिक मरीज लापता, दिए थे गलत मोबाइल नंबर और पते
क्या है खबर?
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में 3,000 से अधिक मरीजों का कुछ अता-पता नहीं है और प्रशासन उन्हें ढूढ़ने में लगा हुआ है।
इनमें से कई मरीजों ने टेस्ट के समय अपने गलत मोबाइल नंबर और घर का पता दिया और रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अब लापता हो गए हैं।
स्थिति चिंताजनक है औरक लापता हुए मरीजों की संख्या शहर में सामने आए कुछ मामलों की संख्या के सात प्रतिशत के बराबर है।
मामला
लापता हैं 3,338 मरीज
बेंगलुरू नगर पालिका के कमिश्नर एन मंजुनाथ प्रसाद ने मामले पर कहा, "पुलिस की मदद से हमने कुछ पॉजिटिव मरीजों को ढूढ़ लिया, लेकिन 3,338 मरीजों का अभी भी कुछ अता-पता नहीं है। उनमें से कुछ ने सैंपल देते वक्त गलत मोबाइल नंबर और पते दिए थे। पॉजिटिव नतीजे आने के बाद वे गायब हो गए।"
पूरा प्रशासन इन मरीजों को ढूढ़ने में लगा हुआ है और इन मरीजों से कोरोना वायरस फैलने का खतरा बना हुआ है।
मुश्किल
लापता मरीजों की गतिविधियों को ट्रैक करने का कोई साधन नहीं- अधिकारी
अधिकारियों ने कहा कि उनके पास लापता मरीजों की गतिविधियों को ट्रैक करने का कोई साधन नहीं है और रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्होंने खुद को क्वारंटाइन किया या नहीं, इसके बारे में भी किसी को कुछ पता नहीं है।
उप मुख्यमंत्री डॉ अश्वत नारायण ने कहा, "हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी संक्रमित व्यक्तियों का पता लगाया जाए और उन्हें क्वारंटाइन किया जाए। हम मामले को प्राथमिकता दे रहे हैं।"
जानकारी
अब से सरकारी पहचान पत्र और मोबाइल नंबर अनिवार्य
इस पूरे प्रकरण के बाद प्रशासन सावधान हो गया है और अब से किसी भी व्यक्ति का कोरोना वायरस टेस्ट करने से पहले उनसे सरकारी पहचान पत्र मांगा जाएगा और उनके मोबाइल नंबर को वेरिफाई किया जाएगा।
स्थिति
बेंगलुरू में चिंताजनक है स्थिति
बता दें कि बेंगलुरू में पिछले दो हफ्तों से कोरोना वायरस के मामलों में जबरदस्त उछाल आया है और पिछले 14 दिन में 27,000 से अधिक नए मामले सामने आ चुके हैं। शहर में अब तक 43,503 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है।
बेंगलुरू की रिकवरी रेट (ठीक होने वाले मरीजों की संख्या) मात्र 24.7 प्रतिशत है। अभी शहर में 31,881 सक्रिय मामले हैं और रोजाना 2,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं।
कर्नाटक
कर्नाटक की भी स्थिति खराब
कर्नाटक में भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है और जिन राज्यों में सबसे अधिक तेजी से मामले बढ़ रहे हैं, उनमें कर्नाटक शामिल है।
राज्य में पिछले तीन दिन से 5,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं और अब तक 90,942 लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है। कर्नाटक देश का एकमात्र ऐसा राज्य है जहां कुल मामलों की संख्या एक लाख तक पहुंचने से पहले ही सक्रिय मामलों की संख्या 50,000 से पार हो गई है।