हिंदू रक्षा दल ने वीडियो जारी कर ली JNU हिंसा की जिम्मेदारी, पुलिस करेगी जांच
हिंदू रक्षा दल ने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में हुई हिंसा की जिम्मेदारी ली है। दरअसल, JNU में रविवार को नकाबपोश गुंडों ने छात्रों और अध्यापकों के साथ मारपीट की थी। ये बदमाश हॉस्टलों में घुसे और वहां तोड़फोड़ की। इस हमले में 34 छात्र और अध्यापक घायल हुए थे। हिंदू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूपेंद्र तोमर उर्फ पिंकी चौधरी ने वीडियो जारी कर इस हमले की जिम्मेदारी ली है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वीडियो में क्या बोल रहे हैं चौधरी?
इस वीडियो में चौधरी कह रहे हैं, "देश विरोधी गतिविधियां हिंदू रक्षा दल बर्दाश्त नहीं करेगा। देश विरोधी गतिविधियां करने वालों को ऐसा ही जवाब दिया जाएगा, जैसे रविवार शाम को दिया है। JNU में छात्रों और शिक्षकों की पिटाई करने वाले उनके कार्यकर्ता थे। धर्म के खिलाफ जो भी बोलेगा, हम उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।" आगे वो कहते हैं, "JNU कम्यूनिस्टों का अड्डा बना हुआ है। यहां देश विरोधी गतिविधियां हो रही हैं। हम ऐसे अड्डे बर्दाश्त नहीं करेंगे।"
यहां देखिये चौधरी का वीडियो
दो बार जेल जा चुके हैं चौधरी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिंकी चौधरी इससे पहले आम आदमी पार्टी के कार्यालय पर पथराव कर चर्चा में आए थे। वो दो बार जेल भी जा चुके हैं। उन्होंने पत्रकारों से व्यक्तिगत रूप से मिलकर भी हमले की जिम्मेदारी ली।
पुलिस कर रही चौधरी के दावों की जांच
दिल्ली पुलिस पिंकी चौधरी के दावों की जांच करेगी। सूत्रों के हवाले से आ रही खबरों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने चौधरी के वीडियो का संज्ञान लिया है और उनके दावों की जांच की रही है। सूत्रों ने बताया कि पुलिस JNU के नकाब पहनकर बदमाशों की पहचान के लिए वीडियो फुटेज और फेस रिकगनेशन सिस्टम की मदद लेगी। बता दें कि हिंसा से जुड़े कई वीडियो वायरल हो रहे है, जिनमें गुंड़ों को देखा जा सकता है।
पुलिस अभी तक नहीं कर पाई गिरफ्तारी
JNU में हुई हिंसा के बाद आज दूसरा दिन है, लेकिन पुलिस इतने घंटे बीतने के बाद भी हमलावरों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। मामले की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच कर रही है। पुलिस ने सोमवार सुबह अज्ञात लोगों के खिलाफ दंगा भड़काने और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का केस दर्ज किया था। एक FIR में JNU छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष समेत 22 छात्र नेताओं को नाम शामिल है। पुलिस जल्द ही इनसे पूछताछ करेगी।
JNU छात्रों को मिला समर्थन
JNU कैंपस में हुई हिंसा के विरोध में देशभर की यूनिवर्सिटी के छात्र उतर आए हैं। सोमवार को देश की अलग-अलग यूनिवर्सिटी और शिक्षण संस्थानों के छात्रों ने JNU छात्रों के समर्थन में मार्च निकाले। पुड्डुचेरी यूनिवर्सिटी, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, IIM बेंगलुरू, IIT मुंबई, पटना यूनिवर्सिटी, जामिया यूनिवर्सिटी आदि के छात्रों ने हिंसा के विरोध में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि आज JNU को निशाना बनाया गया है, कल उन्हें बनाया जा सकता है।