असम में बाढ़ का कहर जारी; अब तक 107 की मौत, 45 लाख से अधिक प्रभावित
असम में बाढ़ का कहर जारी है और गुरूवार को दो बच्चों समेत सात अन्य लोगों की मौत हो गई। इसी के साथ इस बाढ़ में अपनी जान गंवाने वाले लोगों का आंकड़ा 107 हो गया है। इनमें से 17 लोगों की मौत भूस्खलन और बाकी की मौत बाढ़ में हुई है। सात नई मौतों में से दो-दो मौतें कछार और बारपेटा में हुईं, वहीं धुबरी, बजली और तामुलपुर जिलों में एक-एक मौत हुई।
बाढ़ से 30 जिलों के लगभग 45.34 लाख लोग प्रभावित
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बाढ़ से असम के 30 जिलों में 45.34 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। पिछले एक-दो दिन में इस आंकड़े में गिरावट आई है, लेकिन 4,536 गांव अभी भी बाढ़ से जूझ रहे हैं। बारपेटा सबसे अधिक प्रभावित जिला है और यहां 10.32 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इसके बाद नगांव का नंबर है जहां बाढ़ के कारण 5.03 लाख से अधिक लोगों को विस्थापित होना पड़ा है।
759 राहत शिविरों में 2.84 लाख प्रभावित लोगों ने ली शरण
प्रभावित लोगों की मदद के लिए 30 जिलों में संबंधित जिला प्रशासनों ने 759 राहत शिविर स्थापित किए हैं। इनमें अभी 2.84 लाख लोगों ने शरण ले रखी है। एकीकृत बाल विकास सेवा ने कहा है कि वह सुनिश्चित कर रही है कि राहत शिविरों में बच्चे प्री-स्कूल गतिविधियों में शामिल हों। भारी बारिश से आए पानी के कारण ब्रह्मपुत्र, दिसांग और कोपिली नदियां धुबरी, शिवसागर और नगांव जिलों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
बाढ़ से संपत्ति को भी नुकसान, एक लाख हेक्टेयर से अधिक फसल क्षेत्र प्रभावित
बाढ़ के कारण संपत्ति का भी नुकसान हुआ है और 173 सड़कें और 20 पुल टूट गए हैं। बक्सा और दरांग जिलों में दो-दो तटबंध टूट गए और तीन को नुकसान पहुंचा है। बाढ़ से 1,00,870 हेक्टेयर जमीन और 33,77,518 भी प्रभावित हुए हैं।
राहत और बचाव अभियाव में लगे कई बल, सेना और वायुसेना भी शामिल
राहत और बचाव अभियान की बात करें तो भारतीय सेना, वायुसेना, अर्धसैनिक बल, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और असम पुलिस के फायर और इमरजेंसी विभागों को इसमें उतारा गया है। दिन-रात चौबीसों घंटे बचाव अभियान चलाया जा रहा है। वायुसेना अब तक 250 से अधिक उड़ानें भर कर सैकड़ों लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल चुकी है। वहीं CRPF और SDRF स्पीड बोट से लोगों को बाहर निकाल रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने दिया हरसंभव मदद का भरोसा, मुख्यमंत्री ने किया हवाई सर्वे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरूवार को ट्वीट कर असम में बाढ़ की स्थिति पर चिंता जताई और कहा कि केंद्र सरकार लगातार स्थिति पर नजर रख रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है और इस चुनौती से निपटने के लिए हरसंभव मदद प्रदान कर रहा है। असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने भी गुरूवार को बुरी तरह से प्रभावित कछार जिले का हवाई सर्वे किया।