UAE से केरल लौटे व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण, जांच के लिए भेजा गया सैंपल
क्या है खबर?
केरल में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से लौटे एक व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण देखे गए हैं।
इसकी जानकारी देते हुए राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया कि एक व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण देखे गए हैं। वह तीन दिन पहले UAE से लौटा है। बीमारी के लक्षण नजर आने के बाद उसके सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है। गुरुवार शाम तक उसकी रिपोर्ट आने की उम्मीद है।
जानकारी
क्या होता है मंकीपॉक्स?
मंकीपॉक्स एक जूनोटिक (एक प्रजाति से दूसरी प्रजाति में फैलने वाली) बीमारी है। यह बीमारी मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमण के कारण होती है जो पॉक्सविरिडाइ फैमिली के ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस से आता है।
यह धीरे-धीरे म्यूटेट होने वाला DNA वायरस है, जो सांस के जरिये या लंबे समय तक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में रहने से फैलता है। इसके लक्षण दिखने में संक्रमित होने के बाद 5 से 21 दिनों तक का समय लग सकता है।
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भारत में अभी तक नहीं आया है मंकीपॉक्स का मामला
दुनिया के कई देशों में फैल चुके मंकीपॉक्स का भारत में अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है। पिछले महीने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक बच्ची में मंकीपॉक्स जैसे लक्षण देखे गए थे, लेकिन उसमें बीमारी की पुष्टि नहीं हुई थी।
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कैसे फैलता है मंकीपॉक्स और क्या हैं इसके लक्षण?
मंकीपॉक्स से संक्रमित किसी जानवर या इंसान के संपर्क में आने पर कोई भी व्यक्ति संक्रमित हो सकता है।
यह वायरस त्वचा, सांस और मुंह के जरिए शरीर में प्रवेश करता है। छींक या खांसी के दौरान निकलने वाली बड़ी श्वसन बूंदों से इसका प्रसार होता है।
इंसानों में मंकीपॉक्स के लक्षण चेचक जैसे होते हैं। शुरूआत में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और पीठ में दर्द, थकावट होती है और कुछ ही दिन में शरीर पर दाने निकलने लग जाते हैं।
मंकीपॉक्स
भारत में जारी हो चुकी है गाइडलाइंस
दुनिया के कई देशों में मंकीपॉक्स के बढ़ते प्रसार के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जून में गाइडलाइंस जारी की थी।
इसमें बीमारी की निगरानी, पहचान, पुष्टि और इलाज के बारे में विस्तार से बताया गया था।
गाइडलाइंस में कहा गया था कि संदिग्ध मरीजों में PCR (कोरोना संक्रमण की पुष्टि के लिए किए जाने वाला टेस्ट) या सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग के बाद ही बीमारी की पुष्टि की जाएगी।
मंकीपॉक्स
इन देशों में सामने आ चुके हैं मामले
अभी तक अमेरिका, ब्रिटेन, बेल्जियम, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, पुर्तगाल, स्पेन, स्वीडन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, ऑस्ट्रिया, इजरायल, स्विट्जरलैंड आदि देशों में मंकीपॉक्स के लगभग 700 मामले सामने आ चुके हैं।
ये कैमरून, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक, कॉन्गो, गैबोन, लाइबेरिया, नाइजीरिया और सिएरा लियोन आदि देशों से अलग है, जहां अकसर इसके मामले सामने आते रहते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस बीमारी को लेकर देशों से सतर्क रहने को कहा है।