मणिपुर: 2 हफ्ते की शांति के बाद फिर हिंसा, कुकी समुदाय के 3 लोगों की हत्या
मणिपुर से एक बार फिर से हिंसा की खबर आई है। आज तड़के उखरुल के थोवई कुकी गांव में अज्ञात लोगों की गोलीबारी में 3 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने घटना की पुष्टि की है। मरने वाले तीनों लोग कुकी समुदाय के बताए जा रहे हैं। कुकी समुदाय ने हमले के पीछे मैतेई समुदाय का हाथ होने का आरोप लगाया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
कब और कैसे हुई घटना?
पुलिस के मुताबिक, यह घटना उखरूल जिले से लगभग 47 किलोमीटर दूर स्थित थोवई कुकी गांव में सुबह करीब 4.30 बजे हुई। उखरुल के पुलिस अधीक्षक (SP) एन वाशुम के मुताबिक, "हथियारबंद बदमाशों का एक समूह गांव के पूर्व में स्थित पहाड़ियों से गांव के पास आया और ग्राम रक्षकों पर गोलीबारी शुरू कर दी। घटना में गांव के 3 लोगों की मौत हो गई है। किसी के घायल होने की खबर नहीं है।"
कुकी समुदाय ने संगठन ने मैतेई समुदाय पर लगाया आरोप
कुकी समुदाय के संगठन इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) के प्रवक्ता ने कहा कि मैतेई लोगों के हमले में 3 लोग मारे गए हैं। उन्होने कहा कि मरने वालों में 26 साल के जामखोगिन, 35 साल के थांगखोकाई और 24 साल के हॉलेंसन शामिल हैं। SP ने कहा कि सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए गए हैं और घटना में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए राज्य पुलिस और भारतीय सेना द्वारा संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है।
इससे पहले 5 अगस्त को हुई थी हिंसा
इससे पहले 5 अगस्त को बिष्णुपुर और चुराचांदपुर में भड़की हिंसा में 5 लोगों की मौत हो गई थी। क्वाक्टा में एक पिता-पुत्र समेत मैतेई समुदाय के 3 लोगों की हत्या कर दी गई। ये तीनों एक दिन पहले ही राहत शिविर से गांव लौटे थे। इसके बाद जवाबी हमले में हथियारबंद लोगों ने चुराचांदपुर जिले में 2 गांवों में गोलीबारी की और मोर्टार गोले दागे थे। इसमें 2 कुकी लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए।
CBI ने बनाई 53 अधिकारियों की टीम
मणिपुर में अलग-अलग मामलों की जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने 53 अधिकारियों की टीम बनाई है, जिसमें 29 महिलाएं भी शामिल हैं। इनमें पुलिस उपनिरीक्षक (DIG) स्तर की रैंक के 3 अधिकारी भी शामिल हैं। बता दें कि CBI मणिपुर हिंसा से जुड़े 17 मामलों की जांच कर रही है। मणिपुर पुलिस ने हिंसा को लेकर अब तक 6,500 से ज्यादा FIR दर्ज की हैं और जांच की जा रही है।
मणिपुर हिंसा में 165 लोगों की मौत
3 मई को मणिपुर में कुकी समुदाय ने गैर-आदिवासी मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा दिए जाने के खिलाफ एकजुटता मार्च निकाला था, जिसके बाद हिंसा भड़क गई थी। मणिपुर हिंसा में अब तक 165 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 6,000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। 17 मंदिर और 221 चर्च को आग के हवाले कर दिया गया है। हजारों लोगों को विस्थापित होना पड़ा है।