'INDIA' का 26 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल कल जाएगा मणिपुर, कुकी-मैतेई समुदाय से कर सकता है मुलाकात
क्या है खबर?
विपक्षी पार्टियों के गठबंधन INDIA का एक प्रतिनिधमंडल कल मणिपुर दौरे पर जाएगा। 2 दिन तक चलने वाले इस दौरे में प्रतिनिधिमंडल के सदस्य मणिपुर हिंसा के पीड़ितों से मुलाकात करेंगे। खबर है कि इस प्रतिनिधिमंडल में कुल 26 सदस्य हो सकते हैं।
हर पार्टी से कम से कम एक सांसद और जिन पार्टियों के पास एक भी सांसद नहीं है, उनका एक प्रतिनिधि दल में शामिल होकर राज्य का दौरा करेगा।
शामिल
प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन होगा शामिल?
लोकसभा में कांग्रेस के व्हिप मणिकम टैगोर ने कहा कि 20 से अधिक सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल मणिपुर का दौरा करेगा।
तृणमूल कांग्रेस (TMC) की ओर से सुष्मिता देव, झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की ओर से महुआ माजी, समाजवादी पार्टी (SP) की ओर से राज्यसभा सांसद राम गोपाल यादव और जावेद अली खान और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) की ओर से वंदना चव्हाण प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हो सकती हैं।
कांग्रेस की ओर से गौरव गोगोई मणिपुर जा सकते हैं।
क्या-क्या होगा
दौरे के दौरान क्या-क्या होगा?
राज्यसभा में TMC के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने दौरे के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा, "प्रतिनिधिमंडल राज्य के घाटी और पहाड़ी दोनों क्षेत्रों में लोगों से मिलेगा। प्रतिनिधिमंडल मणिपुर में रहने वाले विभिन्न समुदायों से मुलाकात करेगा और कुछ राहत शिविरों का भी दौरा करेगा।"
SP के सांसद एसटी हसन ने कहा, "प्रतिनिधिमंडल के नेता जमीनी हकीकत का जायजा लेना चाहते हैं और जानना चाहते हैं कि हिंसा ने राज्य के लोगों को कैसे प्रभावित किया है।"
नेता
दौरे से पहले क्या बोले विपक्षी पार्टियों के नेता?
इंडिया टुडे से बात करते हुए सुष्मिता देव ने कहा, "यह कोई व्यक्तिगत यात्रा नहीं है, बल्कि यह मणिपुर के लोगों के लिए एक संदेश है कि INDIA गठबंधन उनके लिए संसद और उसके बाहर लड़ रहा है।"
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "INDIA का एक दल मणिपुर का दौरा कर रहा है। यह अच्छा होगा। वहां के लोगों से बात करने, उनकी बात सुनने के लिए दल को वहां जाने दें।"
राहुल
राहुल गांधी कर चुके हैं मणिपुर का दौरा
इससे पहले जून के आखिरी हफ्ते में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मणिपुर का 2 दिवसीय दौरा किया था। पहले दिन पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए उनके काफिले को चुराचांदपुर से पहले ही रोक लिया था, जिसके बाद वे हेलिकॉप्टर से गए थे।
इस दौरान राहुल ने राहत शिविरों का दौरा किया था, हिंसा प्रभावित लोगों और नागरिक संगठनों के सदस्यों से मिले थे और बच्चों के साथ खाना भी खाया था।
वजह
मणिपुर में क्यों हो रही है हिंसा?
मणिपुर हाई कोर्ट ने मार्च में मणिपुर सरकार से गैर-आदिवासी मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा दिए जाने की याचिका पर विचार करने को कहा था। इसका कुकी आदिवासियों ने विरोध किया और उनकी एकजुटता मार्च के बाद 3 मई को हिंसा भड़क गई थी।
उसके बाद से ही मणिपुर में जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है और यहां 160 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।