लॉकडाउन से राहत: अब खुलेंगी किताब, मोबाइल रिचार्ज और बिजली के पंखों की दुकानें
केंद्र सरकार ने कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए देश में चल रहे लॉकडाउन में छूट की सीमाओं में फिर से विस्तार किया है। गृृृह मंत्रालय ने मंगलवार को संशोधित दिशा निर्देश जारी करते करते हुए कहा कि लोगों की आवश्यकताओं को देखते हुए 3 मई तक चल रहे लॉकडाउन में स्कूली किताबों, मोबाइल रिचार्ज की दुकानों और बिजली के पंखे तथा कूलरों की दुकानें भी खुल सकेंगी। आइए यहां जानते हैं और क्या राहत दी गई है।
वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल करने वालों को भी दी गई है छूट
गृह मंत्रालय के सचिव अजय भल्ला की ओर से जारी किए गए संशोधित आदेश में कहा गया है कि लॉकडाउन में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों का संचालन हो सकेगा और वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल करने वाले वाले भी बाहर निकल सकेंगे। इसी तरह सरकार ने बीजों एवं बागवानी उपजों के लिए आवश्यक सुविधा, मधुमक्खी शहद और अन्य मधुमक्खी उत्पादों के परिवहन की भी छूट दी हैं। हालांकि, सरकार ने आम जनता के घरों से बाहर निकलने पर रोक जारी रखी है।
खुल सकेंगी प्रीपेड मोबाइल रिचार्ज की दुकानें
लॉकडाउन में कारण लोगों को प्रिपेड रिचार्ज कराने में हो रही परेशानी को देखते हुए सरकार ने रिचार्ज दुकानों को भी खोलने की अनुमति दी है। इसी तरह शहरी क्षेत्रों में ब्रेड फैक्टरी, दूध प्रसंस्करण इकाइयों, आटा और दाल मिलों के संचालन की भी छूट दी है। इसके अलावा पैकेजिंग हाउस, निरीक्षण और बीजों एवं बागवानी उपजों के लिए परिष्करण सुविधा, कृषि एवं बागवानी से जुड़े अनुसंधान संस्थानों के संचालन की भी छूट दी गई है।
अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए दी गई थी छूट
सरकार ने लॉकडाउन में राहत देने के संबंध में सबसे पहले 15 अप्रैल को आदेश जारी किया था। उसके बाद 16 और 19 अप्रैल को आदेशों को सशोधित किया था। सरकार ने लॉकडाउन के कारण चरमराई अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए कुछ उद्योगों को कार्य शुरू करने की अनुमति दी थीं। उस दौरान गृह मंत्रालय ने सभी उद्योगों को आवश्यक सावधानी बरतने, सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करने तथा कार्यस्थल पर सफाई का ध्यान रखने के लिए पाबंद किा था।
नीति आयोग के सदस्य ने कही लॉकडाउन से भारत को राहत मिलने की बात
देशव्यापी लॉकडाउन ने कंपनियों, लोगों और प्रवासी श्रमिकों को खासा परेशान किया है। इसके उलट नीति आयोग के एक सदस्य ने कहा है कि यह लॉकडाउन भारत को महामारी से लड़ने में बड़ी मदद कर रहा है। डॉ वीके पॉल ने कहा कि लॉकडाउन से देश में संक्रमण के मामलों में कमी आई है और इसके प्रसार की दर भी कम हुई है। अगले कुछ दिनों में संक्रमण के दोगुना होने की दर 10 दिन पर पहुंच जाएगी।
देश में अचानक नहीं होंगी संक्रमितों की संख्या में बढ़ोत्तरी
डॉ पॉल ने इंडियन एक्सप्रेस को मंगलवार को बताया कि मई के बाद संक्रमण की रफ्तार लॉकडाउन के बाद की स्थिति पर निर्भर करेगी। चूंकि लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा। इससे अचानक संक्रमण बढ़ने की उम्मीद नहीं है।