कोरोना वैक्सीनेशन: अपनी पूरी आबादी को एक खुराक लगाने वाला पहला केंद्र शासित प्रदेश बना लद्दाख
लद्दाख देश का ऐसा पहला केंद्र शासित प्रदेश बन गया है, जिसने अपनी पूरी व्यस्क आबादी को कोरोना वायरस वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लगा दी है। यहां लद्दाख के निवासियों के साथ-साथ प्रवासी मजदूरी और अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले नेपाली नागरिकों को भी वैक्सीन लगाई जा चुकी है। 16 जनवरी से शुरू हुए वैक्सीनेशन अभियान के बाद लद्दाख ऐसी कामयाबी हासिल करने वाला देश का पहला केंद्र शासित प्रदेश है।
भौगोलिक स्थिति के कारण लद्दाख में वैक्सीनेशन चुनौतीपूर्ण
अधिकारियों ने बताया कि लद्दाख में 18 साल से अधिक उम्र के 89,404 लोगों को वैक्सीन की एक खुराक और लगभग 61,000 लोगों को दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है। कम आबादी के बावजूद लद्दाख की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए यहां वैक्सीनेशन अभियान को रफ्तार देना चुनौतीभरा काम रहा है। कठिन मौसम के बीच सुदूर इलाकों में जाकर लोगों का वैक्सीनेशन करना मुश्किल काम है, जिसे लद्दाख ने बखूबी अंजाम दिया है।
6,000 से अधिक नेपाली नागरिकों को भी लगाई गई वैक्सीन
1 मई से 18-44 साल के लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू होने के तीन महीने से भी कम समय में लद्दाख ने इस आयुवर्ग को वैक्सीन की पहली खुराक दे दी है। अब यहां 30,000 से भी कम लोग बचे हैं, जिन्हें दूसरी खुराक की जरूरत है। माना जा रहा है कि आने वाले कुछ हफ्तों में लद्दाख अपनी पूरी आबादी को वैक्सीनेट कर चुका होगा। यहां 6,800 से ज्यादा नेपाली नागरिकों को भी वैक्सीन लगाई गई है।
"टैक्सी ड्राइवरों और होटल स्टाफ को दी गई प्राथमिकता"
जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने TOI को बताया, "हमने टैक्सी ड्राइवरों और होटलों में काम करने वाले लोगों को वैक्सीनेशन में प्राथमिकता दी। इनमें से अधिकतर बाहर के रहने वाले हैं। ये पर्यटन उद्योग के लिए अग्रिम पंक्ति में काम करने वाले लोग हैं। गर्मियों से दूसरे राज्यों से मजदूर और दूसरे लोग भी काम की तलाश में यहां आते हैं। इसलिए उन्हें भी प्राथमिकता से वैक्सीनेशन अभियान में शामिल किया गया।"
अधिकारी बोले- वैक्सीन की पर्याप्त आपूर्ति से मिली मदद
पोलिया उन्मूलन कार्यक्रम में काम कर चुके कर्मचारियों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और स्वास्थ्य विभाग से जुड़े लोगों की वैक्सीनेशन अभियान में मदद ली गई। एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर बताया, "पोलिया उन्मूलन जैसे कार्यक्रमों में काम कर चुके हमारे स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए वैक्सीनेशन कोई नया कार्यक्रम नहीं था। उनके लिए यह एक सामान्य कार्यक्रम था, जिसे लागू किया जाना था।" उन्होंने कहा कि केंद्र ने वैक्सीन की आपूर्ति पर्याप्त रखी, जिससे मदद मिली।
देशभर में वैक्सीनेशन की क्या स्थिति?
देश में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 37,60,32,586 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन 37,23,367 खुराकें लगाई गईं। एक बार तेज होने के बाद वैक्सीनेशन अभियान की रफ्तार फिर से धीमी हो रही है। सरकार ने जुलाई मध्य से रोजाना कोरोना वायरस वैक्सीन की एक करोड़ खुराकें लगाने का लक्ष्य रखा था, जो मौजूदा गति से बहुत दूर दिख रहा है।