जम्मू-कश्मीर में सेना ने घुसपैठ की बड़ी कोशिश नाकाम की, एक आतंकवादी ढेर
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकी हमले के बाद अखनूर में भारतीय सेना ने आज (23 दिसंबर) सुबह आतंकवादियों की बड़ी घुसपैठ को नाकाम कर दिया है। अखनूर में आतंकी अंतरराष्ट्रीय सीमा से घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान सेना ने आतंकियों की संदिग्ध गतिविधि देख उन पर फायरिंग की, जिसमें एक आतंकी ढेर हो गया। बता दें कि यह घुसपैठ ऐसे समय में की गई है, जब सेना राजौरी आतंकी हमले के बाद से अलर्ट मोड पर है।
4 आतंकी कर रहे थे घुसपैठ की कोशिश
सेना के एक अधिकारी ने बताया कि अखनूर में सर्विलांस डिवाइस के जरिए हथियारों से लैस 4 आतंकियों की संदिग्ध गतिविधि देखी गई। यह अंतरराष्ट्रीय सीमा के जरिए भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। इसके बाद सेना ने घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकवादियों पर गोली चलाई, जिसमें एक आतंकी मारा गया। सेना का कहना है कि मारे गए आतंकी के शव को उसके साथी खींचकर अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पार ले जाते दिखाई दिए।
आतंकियों के खिलाफ तलाशी अभियान तेज
अखनूर में घुसपैठ की कोशिश ऐसे वक्त में की गई है, जब आतंकवादियों की तलाश में सुरक्षा बलों ने व्यापक अभियान चला रखा है। राजौरी और पुंछ जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। इसके साथ ही इलाके की हवाई निगरानी बढ़ा दी गई है। सेना ने जमीनी तलाशी अभियान भी तेज कर दिया है। पुंछ जिले के राजौरी सेक्टर और डेरा की गली के जंगलों में सघन तलाशी अभियान जारी है।
आतंकियों ने सेना के वाहन पर किया था हमला
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में 21 दिसंबर को आतंकियों ने 2 सैन्य वाहनों पर घात लगाकर हमला किया था। इस हमले में 5 जवान शहीद हो गए और 2 घायल हुए हैं। घायल सैनिकों का अस्पताल में इलाज जारी है। इस हमले के बाद सेना आतंकियों को पकड़ने के लिए पूरे इलाके में तलाशी अभियान चला रही है। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा की शाखा पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने इस ली है।
आतंकियों की घुसपैठ बढ़ाने पीछे है पाकिस्तान और चीन की साजिश?
इस बीच शीर्ष रक्षा सूत्रों ने दावा किया है कि चीन और पाकिस्तान राजौरी आतंकी हमले के जरिए भारत का ध्यान लद्दाख से वापस कश्मीर पर करना चाहते हैं। कश्मीर में आतंकी हमले में वृद्धि पाकिस्तान और चीन के बीच रणनीति का हिस्सा है। इंडिया टुडे के साथ बातचीत में रक्षा सूत्रों ने कहा कि चीन लद्दाख से ध्यान हटाने के लिए भारत के सैन्य संसाधनों को वापस कश्मीर की ओर मोड़ने की कोशिश कर रहा है।