क्या भारतीय सेना ने एक बार फिर PoK में सर्जिकल स्ट्राइक की? सेना ने किया खंडन
भारतीय सेना के एक बार फिर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देने की बात सामने आई है। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि सेना की कार्रवाई में कई आतंकवादी भी ढेर हो गए। हालांकि, सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक के दावे का खंडन करते हुए बालाकोट सेक्टर में आतंकी घुसपैठ को नाकाम करने की बात कही है। आइए जानते हैं कि इस मामले में अब तक क्या-क्या तथ्य सामने आए हैं।
सेना ने आतंकियों के 4 लॉन्च पैड किए तबाह- रिपोर्ट
दैनिक जागरण ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि सेना के जवानों ने शनिवार रात को जम्मू-कश्मीर में पूंछ और राजौरी में नियंत्रण रेखा (LoC) को पैदल पार किया और PoK में करीब ढाई किलोमीटर अंदर स्थित कोटली के नकयाल में आतंकियों के 4 लॉन्च पैड तबाह कर दिए। रिपोर्ट में आगे कहा गया कि इस पूरी कार्रवाई के दौरान करीब 7-8 आतंकवादियों की मौत हो गई, जबकि अभियान में शामिल सेना के सभी जवान सुरक्षित वापस लौट आए।
रिपोर्ट में दावा- हमले की योजना बना रहे थे आतंकी
दैनिक जागरण ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को कुछ दिन पहले खुफिया सूचना मिली थी कि LoC के पार लॉन्च पैड में मौजूद आतंकी पूंछ और राजौरी में किसी बड़े हमले की योजना तैयार कर रहे थे। बतौर रिपोर्ट्स, खुफिया सूचना के आधार पर भारतीय सेना के पैरा स्पेशल फोर्स के करीब 12 से 15 कमांडो को आतंकियों के लॉन्च पैड तबाह करने के अभियान के लिए चुना गया था।
सेना ने मामले पर क्या कहा?
न्यूज 18 के मुताबिक, सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक का खंड करते हुए कहा कि पूंछ जिले के बालाकोट सेक्टर में LoC के पास घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे 2 आतंकवादियों को ढेर किया गया। सेना ने कहा, "खुफिया एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर पुलिस से मिली जानकारी से पता चला था कि बालाकोट सेक्टर के आतंकियों की मौजूदगी का पता चला था। इसके आधार पर अलर्ट जारी किया गया था और सेना के जवानों ने घात लगाकर हमला कर दिया।"
सेना ने एक आतंकी को किया ढेर
सेना ने बताया कि आतंकियों ने मौसम का फायदा उठाकर मौके से भागने की कोशिश की थी, जिसके बाद गोलीबारी में एक आतंकवादी ढेर हो गया। एक आतंकवादी घायल हो गया था, जिसकी बाद में मौत हो गई। इसके बाद सेना ने क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया था और भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए। इनमें 1 एके 47 राइफल, 2 मैगजीन, 30 राउंड गोलियां, 2 हथगोले और पाकिस्तान में बनी एक दवा शामिल है।
कब हुई थी पहली सर्जिक स्ट्राइक?
बता दें कि जैश-ए-मोहम्मद के 4 हथियारबंद आतंकियों ने 18 सितंबर, 2016 की रात को उरी सैन्य अड्डे में सोते हुए जवानों पर हमला किया था, जिसमें 19 जवान शहीद हो गए थे और कई अन्य घायल हो गए थे। इसके बाद सेना ने उरी हमले का बदला लेते हुए 28 सितंबर, 2016 को सीमा पार स्थित आतंकी कैंपों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी और कई आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया था।